रायपुर शहर के विभिन्न स्थानों पर आयोजित रावण दहन में हुए  शामिल……विकास उपाध्याय

By : madhukar dubey, Last Updated : October 13, 2024 | 5:58 pm

  • अधर्म पर धर्म एवं असत्य पर सत्य की जीत का प्रतिक दशहरा त्यौहार रायपुर शहर की जनता के साथ मना कर प्रभु श्रीराम जी से पुरे छत्तीसगढ़ प्रदेश की सुख समृद्धि खुशहाली की कामना की
  • रायपुर। नवरात्रि के बाद दशमी तिथि पर दशहरा के अवसर पर रायपुर पश्चिम के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय (Former MLA Vikas Upadhyay) ने रायपुर शहर सहित रायपुर पश्चिम के प्रमुख स्थानों मे रावण दहन कार्यक्रम (Ravana Dahan Program) मे सम्मिलित होकर दशहरा त्यौहार बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। सभी प्रमुख स्थानों में सर्वप्रथम रामलीला का आयोजन किया गया उसके बाद रावण दहन का कार्यक्रम हुआ। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय रायपुर के भाठागांव, हीरापुर, लाखेनगर, मोहबाबाज़ार, टिकरापारा, गुढ़ियारी सहित विभिन्न स्थानों पर आयोजित रावण दहन कार्यक्रम शामिल हुये। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस पार्टी के साथीगण भी उपस्थित थे।

    दशहरा हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था तथा देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिये इस दशमी को ‘विजयादशमी’ के नाम से जाना जाता है।

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    इस दिन लोग शस्त्र-पूजा भी करते हैं और नया कार्य प्रारम्भ करते है ऐसा विश्वास है कि इस दिन जो कार्य आरम्भ किया जाता है उसमें विजय मिलती है। प्राचीन काल में राजा लोग इस दिन विजय की प्रार्थना कर रण-यात्रा के लिए प्रस्थान करते थे। इस दिन स्थान-स्थान पर मेले लगते हैं। रामलीला का आयोजन होता है। रावण मेघनाद कुभंकरण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है। दशहरा अथवा विजयदशमी भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाए अथवा दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति-पूजा का पर्व है, शस्त्र पूजन की तिथि है। हर्ष और उल्लास तथा विजय का पर्व है। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सद्प्रेरणा प्रदान करता है।

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