इस मैच में अश्विन की टीम डिंडिगुल ड्रैगंस ने 9 विकेट से जीत हासिल की थी। हालांकि अश्विन को इस मैच में कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन उन्होंने 49 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी। लीग के सीईओ प्रसन्ना कनन ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें शिकायत प्राप्त हुई है और वह इसे गंभीरता से ले रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिकायत दर्ज करने की समय सीमा 24 घंटे होती है, फिर भी उन्होंने इसे स्वीकार किया है और फ्रेंचाइजी से आरोपों के समर्थन में पुख्ता सबूत मांगे हैं। उनका कहना है कि यदि ठोस प्रमाण सामने आते हैं, तो एक स्वतंत्र जांच समिति गठित की जाएगी। लेकिन अगर सबूत नहीं मिलते हैं, तो इस तरह के आरोपों को अनुचित माना जाएगा क्योंकि इससे खिलाड़ी और टीम की छवि पर असर पड़ता है।
अश्विन का यह विवाद TNPL में इस सीजन का पहला नहीं है। पिछले सप्ताह उन्हें एक मुकाबले के दौरान फील्ड अंपायर्स से बहस करने और गुस्से में अपने ग्लव्स फेंकने की घटना को लेकर सजा भी मिल चुकी है। 38 वर्षीय अश्विन अपने खेल के साथ-साथ मैदान पर आक्रामक व्यवहार के कारण भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। अब यह देखना होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और यह मामला किस दिशा में बढ़ता है।
