नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ घरेलू दो मैचों की रेड-बॉल सीरीज के लिए इंडिया ए टीम की घोषणा की, लेकिन मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान को टीम में जगह नहीं दी गई। इस फैसले ने सोशल मीडिया पर भारी आलोचना को जन्म दिया। कई पूर्व क्रिकेटरों ने इसे अनुचित बताया। टीम से बाहर होने के बाद भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस मसले पर खुलकर बात की और चयन प्रक्रिया को लेकर BCCI पर ‘भ्रम’ फैलाने का आरोप लगाया।
अश्विन ने कहा कि सरफराज ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के बाद अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम से बाहर कर दिया गया। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में डेब्यू करते हुए उन्होंने दोनों पारियों में अर्धशतक लगाया था। इसके बाद छह टेस्ट में 371 रन बनाए, जिसमें एक शतक भी शामिल था। हालांकि, अंतिम दो टेस्ट में वे फ्लॉप रहे और सिर्फ 21 रन बना सके, जिसमें एक डक भी शामिल था। फिर उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चुना गया लेकिन उन्हें नेट्स में बल्लेबाजी का भी ठीक से मौका नहीं मिला।
सरफराज ने इंग्लैंड दौरे पर इंडिया ए टीम के लिए 92 रन बनाए थे और फिर घरेलू सीजन से पहले बुच्ची बाबू टूर्नामेंट में लगातार शतक जड़े। इस दौरान उन्होंने 17 किलो वजन भी घटाया था। लेकिन चोट के चलते उन्हें दलीप ट्रॉफी और फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से बाहर रहना पड़ा। फिटनेस टेस्ट पास करने के बावजूद अब उन्हें एक बार फिर नजरअंदाज कर दिया गया है।
अश्विन ने कहा,
“समस्या है कि चयन और संवाद मेल नहीं खाते। अगर आपने सरफराज को लेकर फैसला कर लिया है, तो साफ-साफ कहें कि ‘हमने तुम्हें काफी देख लिया है, अब हम नए चेहरों को मौका देंगे’। पहले भी ऐसा मनोज तिवारी और एस. बद्रीनाथ के साथ हुआ था। लेकिन अभी जो इंडिया ए टीम चुनी गई है, उसमें कुछ खिलाड़ियों को बार-बार मौका मिल रहा है, जैसे अभिमन्यु ईश्वरन।”
उन्होंने कहा कि टीम चयन में पारदर्शिता की कमी है और यह बात युवा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को नुकसान पहुंचा सकती है।
“सरफराज ने हर बॉक्स टिक कर दिया है – रन बनाए, फिटनेस सुधारी, लेकिन फिर भी नहीं चुना गया। इससे निराशा और भ्रम फैलता है।”
अब सवाल ये है कि सरफराज खान कहां जाएंगे?
चूंकि टेस्ट टीम में वापसी की संभावना कम होती दिख रही है, ऐसे में सरफराज को घरेलू क्रिकेट और विदेशी लीग्स में प्रदर्शन के जरिए खुद को साबित करते रहना होगा। भारत में T20 लीग और रणजी ट्रॉफी ही उनके लिए सबसे बड़े मंच होंगे।