“मैंने अभी कोई फ़ैसला नहीं लिया है”: धोनी ने IPL भविष्य पर लगाई अटकलों पर विराम

By : hashtagu, Last Updated : May 8, 2025 | 2:42 pm

चेन्नई। भारतीय क्रिकेट के लीजेंड और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने IPL भविष्य को लेकर एक बार फिर सस्पेंस बना दिया है। जुलाई में 44 वर्ष के होने जा रहे धोनी ने साफ़ कहा है कि उन्होंने अभी यह तय नहीं किया है कि IPL 2025 उनका आख़िरी सीज़न होगा या नहीं।

“मैं साल में केवल दो महीने खेलता हूं,” कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मिली जीत के बाद धोनी ने कहा, “जब यह IPL ख़त्म होगा, तो मुझे फिर से छह से आठ महीने में कड़ी मेहनत करनी होगी, ताकि मैं देख सकूं कि मेरा शरीर इस दबाव को झेल सकता है या नहीं।”

उन्होंने आगे कहा, “जहां भी मैं गया, मुझे भरपूर प्यार और अपनापन मिला है। लेकिन फिलहाल कोई निर्णय लेना जल्दबाज़ी होगी।”

सीमित बल्लेबाज़ी, मगर निर्णायक छक्का

धोनी इस सीज़न में सीमित भूमिका में ही नज़र आए हैं। CSK के कोच स्टीफ़न फ्लेमिंग के अनुसार, घुटनों की समस्या उन्हें लंबी पारियां खेलने से रोक रही है। इसके बावजूद धोनी ने अपनी भूमिका को पूरी शिद्दत से निभाया है। बुधवार को KKR के खिलाफ मैच में वे 13वें ओवर में क्रीज़ पर आए और अंत तक टिके रहकर आख़िरी ओवर में आंद्रे रसेल पर एक शानदार छक्का जड़ते हुए टीम को जीत दिला दी।

ब्रेविस और उर्विल ने रखी जीत की बुनियाद

इस जीत की नींव डाली युवा बल्लेबाज़ डेवाल्ड ब्रेविस और टीम के नए चेहरे उर्विल पटेल ने। अपने डेब्यू मैच में ही उर्विल ने पहली ही गेंद पर छक्का जड़ा और फिर 11 गेंदों में 31 रनों की आतिशी पारी खेली, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 281.81 रहा।

वहीं ब्रेविस ने गेंदबाज़ों पर कहर ढाते हुए सिर्फ 22 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। वैभव अरोड़ा के एक ओवर में उन्होंने 6, 4, 4, 6, 6, 4 की तबाही मचाई।

“असली मैच में ही दिखता है खिलाड़ी का असली दम”: धोनी

धोनी ने युवा खिलाड़ियों को मिले मौक़े को IPL 2026 की तैयारी से जोड़ा और कहा, “अब जब हम प्लेऑफ़ की दौड़ से बाहर हो चुके हैं, तो ये आखिरी तीन मैच हमें यह परखने का मौक़ा देते हैं कि युवा खिलाड़ी दबाव में कैसा प्रदर्शन करते हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “नेट्स और अभ्यास मैच अपनी जगह हैं, लेकिन असली परीक्षा मैदान में होती है। यहां हम देख सकते हैं कि खिलाड़ी तकनीक से ज़्यादा दिमाग और रवैया लेकर खेलता है या नहीं। आज के क्रिकेट में ज़रूरी नहीं कि तकनीकी रूप से परिपूर्ण खिलाड़ी ही सफल हो, बल्कि वो जो मैच की नब्ज समझता है, वही असली मैच विनर होता है।”