कुआलालंपुर: भारतीय अंडर-19 (U19 world cup) महिला क्रिकेट टीम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। टीम ने कुआलालंपुर में खेले गए फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 9 विकेट से हराकर लगातार दूसरी बार अंडर-19 टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया।
फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के सामने उनकी पारी टिक नहीं पाई। पूरी टीम 20 ओवर में सिर्फ 82 रन पर सिमट गई।
83 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। भारतीय ओपनर जी त्रिषा ने 33 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाए, जिसमें 8 चौके शामिल थे। उनके साथ सानिका चाल्के ने भी 22 गेंदों पर नाबाद 26 रन की अहम पारी खेली। भारत ने यह लक्ष्य महज 11.2 ओवर में एक विकेट खोकर हासिल कर लिया।
इस ऐतिहासिक जीत में जी त्रिषा का अहम योगदान रहा। उन्होंने न केवल 44 रनों की शानदार पारी खेली बल्कि 3 विकेट भी अपने नाम किए, जिसके चलते उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द फाइनल’ चुना गया।
त्रिषा को ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का खिताब भी मिला, जिसे उन्होंने अपने पिता को समर्पित किया। पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 309 रन बनाए और 7 विकेट हासिल किए। इस जबरदस्त प्रदर्शन के चलते वे टूर्नामेंट की टॉप स्कोरर भी रहीं।
भारत ने 2023 में हुए पहले अंडर-19 विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप में भी जीत दर्ज की थी। इस बार फिर खिताब पर कब्जा जमाकर टीम ने अपनी बादशाहत साबित कर दी। इस जीत ने भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य को और मजबूत किया है और युवा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।