पंजाब की जीत में छिपे कई जज़्बात: अहमदाबाद की रात में जश्न, आंसू और टूटे सपने
By : dineshakula, Last Updated : June 2, 2025 | 9:13 am
अहमदाबाद: आईपीएल 2025 के दूसरे क्वालिफायर में रविवार की रात नरेंद्र मोदी स्टेडियम का माहौल कुछ अलग ही था—एक ओर खुशी का तूफान, तो दूसरी तरफ मायूसी की खामोशी। पंजाब किंग्स (Punjab Kings) ने इतिहास रचते हुए फाइनल में जगह बना ली, वहीं पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस हार की कगार पर ढह गई।
श्रेयस अय्यर की नाबाद 87 रनों की पारी ने पंजाब को 204 रन के बड़े लक्ष्य तक पहुंचाया। महज 41 गेंदों पर 8 छक्के और 5 चौकों की मदद से खेली गई इस कप्तानी पारी ने मुंबई के अरमानों को तोड़ डाला। 19वें ओवर में बाएं हाथ के युवा गेंदबाज अश्विनी कुमार पर चार छक्के मारते हुए अय्यर ने मैच को खत्म किया और फाइनल का टिकट पंजाब की झोली में डाल दिया।
अय्यर की यह उपलब्धि उन्हें एक अनोखे मुकाम पर ले आई—वह आईपीएल इतिहास के पहले कप्तान बन गए हैं, जिनकी कप्तानी में तीन अलग-अलग टीमें फाइनल में पहुंची हैं: दिल्ली कैपिटल्स (2020), कोलकाता नाइट राइडर्स (2024), और अब पंजाब किंग्स (2025)।
मैच खत्म होते ही स्टेडियम में पंजाब की जीत का शोर गूंजने लगा, और टीम की सह-मालकिन प्रीति जिंटा खुशी से झूम उठीं। उन्होंने दौड़कर श्रेयस अय्यर को गले लगाया। उनके चेहरे की चमक और आंखों की चमक इस जीत की अहमियत बयां कर रही थी। उनके साथ मैच देख रहीं आरजे महविश भी इसी खुशी में झूम उठीं—दोनों का ये रिएक्शन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
लेकिन दूसरी ओर वही स्टेडियम गवाह बना टूटते सपनों का भी। हार के बाद हार्दिक पांड्या घुटनों के बल बैठ गए, चेहरा थका और दिल उदास। मुंबई इंडियंस की मालकिन नीता अंबानी और बेटे आकाश अंबानी की आंखों में भी हार की मायूसी साफ झलक रही थी। स्टैंड्स में बैठी उनकी चुप्पी ही बहुत कुछ कह रही थी। रोहित शर्मा का चेहरा निराशा से बुझा हुआ था, जैसे वे अब भी यकीन नहीं कर पा रहे हों।
सबसे भावुक पल रहा जब युवा तेज गेंदबाज अश्विनी कुमार की आंखों से आंसू बह निकले। उन्होंने मैच के आखिरी ओवर में चार छक्के खाए और वहीं खुद को रोक नहीं पाए। जसप्रीत बुमराह ने आकर उन्हें संभाला, लेकिन यह नजारा हर क्रिकेट प्रेमी के दिल को छू गया।
पंजाब के लिए ओपनिंग में प्रियांश आर्य ने 20 रन (10 गेंद), जोश इंग्लिस ने 38 रन (21 गेंद) बनाए। नेहल वढेरा ने भी अय्यर के साथ 84 रन की साझेदारी कर टीम की नींव मजबूत की। मुंबई की ओर से अश्विनी कुमार ने दो विकेट लिए, जबकि ट्रेंट बोल्ट और हार्दिक पांड्या को एक-एक विकेट मिला। बुमराह इस मैच में खाली हाथ लौटे—चार ओवर में 40 रन देने के बावजूद कोई विकेट नहीं मिला।
यह पहली बार है जब मुंबई इंडियंस ने 200 से अधिक रन बनाने के बावजूद कोई आईपीएल मैच गंवाया है। अब पंजाब किंग्स का फाइनल में मुकाबला आरसीबी से होगा और फैंस के बीच रोमांच चरम पर है।
आईपीएल का यह मुकाबला सिर्फ रन और विकेट की कहानी नहीं, बल्कि इंसानी जज़्बातों की झलक भी था—जहां एक तरफ प्रीति जिंटा की खुशी और अय्यर की ऐतिहासिक पारी थी, तो दूसरी ओर अश्विनी की आंखों से निकले आंसू और अंबानी परिवार की खामोश निराशा।




