चेन्नई, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट (Jonathan Trott) ने विश्व कप 2023 में पाकिस्तान पर आठ विकेट से मिली शानदार जीत के बाद अपनी टीम के युवा सलामी बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज़ और इब्राहिम जादरान की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा, ‘आसमान ही सीमा है’।
सोमवार को एमए चिदम्बरम स्टेडियम में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के सामने जीत के लिए 283 रन का लक्ष्य रखा, जिसका पीछा करते हुए अफगानिस्तान ने शानदार शुरुआत की और गुरबाज़ ने 53 गेंदों में 65 रन बनाए, जबकि उनके सलामी जोड़ीदार जादरान ने 113 गेंदों में 87 रन बनाकर पारी को आगे बढ़ाया और पहले विकेट के लिए 130 रन जोड़े।
रहमत शाह, जिन्होंने 84 गेंदों में नाबाद 77 रन बनाए और कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी (नाबाद 48) के साथ तीसरे विकेट के लिए 86 रनों की नाबाद साझेदारी की और टीम की जीत की कहानी लिखी।
इस टूर्नामेंट में अफगानिस्तान का यह दूसरा उलटफेर है, उसने कुछ दिन पहले गत चैंपियन इंग्लैंड को 69 रन से हराया था। यह वनडे इतिहास में उनका अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य था।
आईसीसी ने ट्रॉट के हवाले से कहा, “मेरे लिए निर्णायक मोड़ वह शुरुआत थी जो इब्राहिम और गुरबाज़ ने हमें दी थी। मुझे लगता है कि जब आप इस तरह के लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हैं तो आपको एक अच्छी शुरुआत की ज़रूरत है, जिससे आने वाले खिलाड़ियों पर कम दबाव होता है।”
दोनों सलामी बल्लेबाज अभी सिर्फ 21 साल के हैं और उन्होंने इस टूर्नामेंट के शुरुआती हफ्तों में शानदार प्रदर्शन किया है। ट्रॉट ने कहा कि यह दोनों के लिए बहुत अच्छा है कि उन्हें यह दिखाने का अवसर मिला कि वे विश्व मंच पर कितने अच्छे हैं।
ट्रॉट ने खुलासा किया कि टीम के पास स्पष्ट रणनीति थी कि वे अपना जवाब कैसे देंगे।
कोच ने आगे कहा, “मैं ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन मैंने कहा कि हम 35-40 ओवरों में यह खेल नहीं जीत पाएंगे, हमें 50 ओवरों तक अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी। हमने इसे 10-10 ओवरों के हिस्सों में बांट दिया। गुरबाज़ और इब्राहिम ने हमें जो शुरुआत दी, उसका मतलब था कि हम उससे काफी आगे थे जहा हमने सोचा था कि हमें होना चाहिए।
ट्रॉट ने अपनी बात खत्म करते हुए कहा, “इससे हमें खेल के अंत में थोड़ा और सांस लेने का मौका मिला। और यह सुनिश्चित किया कि हमारे पास 49वें ओवर में खेल खत्म करने का मौका था और हमने ऐसा किया, यह बहुत अच्छा था।”
इस जीत में टीम के स्पिन गेंदबाजों का बड़ा योगदान भी है क्योंकि चेन्नई की पिच पर नूर और राशिद की जोड़ी ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों को खूब परेशान किया।
अफगानिस्तान के पास अपनी सफलता का जश्न मनाने के लिए काफी समय होगा, टीम का अगला मैच एक सप्ताह बाद पुणे में श्रीलंका के खिलाफ होगा।