उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामनवमी की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। श्रीराम जन्मोत्सव पर देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की
पर्यटन विभाग के माध्यम से बड़ी संख्या में स्थानीय लोग अपना रजिस्ट्रेशन कराकर गुड बिहेवियर, बेस्ट क्लीनिंग और हॉस्पिटैलिटी की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज अपने निवास कार्यालय में संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग तथा कबीरधाम जिले से आये गणमान्य नागरिकों
इस वर्ष यह यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 52 दिनों के बाद आज (सोमवार) समाप्त होगी।
अधिकारियों के अनुसार, 29 जून को यात्रा शुरू होने के बाद से घाटी जाने वाले तीर्थयात्रियों की यह सबसे छोटी संख्या है।
यह मंदिर समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसमें बर्फ से बना एक शिवलिंग है।
इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में तीन लड़कियां और दो महिलाएं हैं।
बुद्ध पूर्णिमा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन आप चंद्रमा से जुड़ी कई बड़ी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन केदारनाथ धाम के लिए श्रद्धालुओं ने कराया है।
10 मई (10th May) को श्रद्धालुओं के लिए गंगोत्री धाम के कपाट खुलने जा रहे हैं। नवरात्रि के शुभ अवसर पर यह तारीख घोषित हुई है