महासभा की उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने कहा, "जब हम एक अग्रणी शक्ति बनने की आकांक्षा रखते हैं, तो यह आत्म-प्रशंसा के लिए नहीं है, बल्कि अधिक जिम्मेदारी लेने और अधिक योगदान देने के लिए है।"
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि दुनिया पाकिस्तान को आतंकवाद के ‘‘केंद्र'' के रूप में देखती है और पाकिस्तान को अपनी हरकतों में सुधार कर एक अच्छा पड़ोसी बनने की कोशिश करनी चाहिए.