छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने होली के रंगों में सराबोर अपने गृह ग्राम बगिया में ग्रामीणों के साथ आत्मीयता से होली का पर्व मनाया।
मान्यता है कि सबसे पहले उज्जैन में बाबा महाकाल के दरबार में होली खेली जाती है। उसी परंपरा के मुताबिक भस्म आरती के साथ यहां अबीर गुलाल से बाबा के साथ होली खेली गई।
दरअसल, ब्रह्म मुहूर्त के साथ ही मंदिर में होली के पर्व का धूमधाम के साथ आगाज हुआ। सबसे पहले भगवान महाकाल के दरबार में भस्म आरती हुई।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को रंगों और उल्लास के महापर्व होली की हार्दिक बधाई (Happy Holi) एवं शुभकामनाएँ दी हैं।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में होली के दौरान खाद्य पदार्थों की मांग में बढ़ी है तो मिलावटखोर भी अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहे हैं। मिलावटी
शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त के साथ ही मंदिर में रंग पंचमी का पर्व धूमधाम के साथ शुरू हो गया। सबसे पहले भगवान महाकाल के दरबार में भष्म आरती हुई।
होली उमंग और तरंग में भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) भी डूबे रहे। हर दिन सियासत और प्रदेश की जिम्मेदारी संभालने वाले मुख्यमंत्री भूपेश होली के दिन खुलकर मस्ती में जीए।
जमकर होली (Holi) खेली जा रही है। आम से लेकर खास सभी होली के रंग में सराबोर हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Raman Singh) ने भी होली (Holi) पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है।
आज हाेली (holly) के रंग में पूर देश में उल्लास का माहौल है। सभी रंगों के त्योहार में डूबे हैं।