साइंस एडवांसेज जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, बायोमार्कर टेस्ट से पता लग सकता है कि कोई व्यक्ति 24 घंटे तक जाग रहा था या नहीं।
मेनोपॉज के बाद महिलाओं में इसका प्रभाव और भी अधिक स्पष्ट 15 प्रतिशत से अधिक था।
एक शोध के अनुसार महिलाओं में खासकर मेनोपॉज के बाद पर्याप्त नींद नहीं लेने से मधुमेह (diabetes) का खतरा हो सकता है।