मुख्यमंत्री की इस घोषणा को 24 जनवरी को लोकमाता अहिल्याबाई की नगरी महेश्वर में हुई कैबिनेट ने मंजूरी दी थी।
उन्होंने कहा कि बाबा श्री महाकालेश्वर की उज्जयिनी नगरी आध्यात्म, भारतीय दर्शन, धर्म, गणित, चिकित्सा, धनुर विद्या और शिक्षा के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में हमेशा से विख्यात रही है।
मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा, "मुझे खुशी है कि मध्य प्रदेश में वन्यजीवों के लिए एक अलग माहौल बन रहा है। भोपाल पहली राजधानी बन गई है, जो वन्यजीवों की दृष्टि से विशेष स्थान रखती है।"
सतना जिले के कनक वेयर हाउस में 535 क्विंटल धान के स्थान पर भूसी पाई गई। वेयर हाउस में सेवा सहकारी समिति पिंडरा एवं सेवा सहकारी समिति हिरौंदी जिला सतना द्वारा धान का स्टोरेज किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मूल्य संवर्धन योजना (प्राइस सपोर्ट स्कीम) के अंतर्गत वर्ष 2024 में 6.69 लाख किसानों ने 12.2 लाख हेक्टेयर रकबे में उत्पादित धान का विक्रय किया है।
राजधानी के मानव संग्रहालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय समिट का उद्घाटन किया। पहले दिन मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विभिन्न निवेशकों से संवाद किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्रों से बातचीत भी की। नरसिंहपुर के एक निजी स्कूल की छात्रा गीता लोधी ने 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि रीजनल कॉन्क्लेव के चलते लोगों की रुचि और आकर्षण बढ़ा है।
मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि यह दौर युद्ध का नहीं, शांति का है। उनका यह विचार आज के समय की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता को इंगित करता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप श्रीअन्न की उपज लेने और तिलहन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित और प्रेरित करने की आवश्यकता बताई।