उन्होंने कहा कि बाबा श्री महाकालेश्वर की उज्जयिनी नगरी आध्यात्म, भारतीय दर्शन, धर्म, गणित, चिकित्सा, धनुर विद्या और शिक्षा के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में हमेशा से विख्यात रही है।