राज्य में अभी हाल ही में दो विधानसभा क्षेत्र विजयपुर और बुधनी में उपचुनाव हुए हैं जिनमें से एक-एक स्थान पर भाजपा तथा कांग्रेस को जीत हासिल हुई है।
एक तरफ जहां पार्टी अपनी एकजुटता के साथ ताकत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी के भीतर चल रही खींचतान भी उभर कर सामने आ रही है।
पार्टी किसी दिग्गज को मौका देगी या नए चेहरे को, यह बड़ा सवाल है। चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है।
राज्य का संगठन और सरकार देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए रोल मॉडल रहा है।
इस सम्मेलन में सीएमओ नहीं पहुंची और पार्षदों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद तमाम पार्षदों से सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया।
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने लोकसभा नतीजे के बाद तमाम पदाधिकारियों के साथ मंथन किया और उन्हें जमीनी फीडबैक जुटाने के निर्देश भी दिए।
महेंद्र कन्नौज को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलाई है।
लिहाजा उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे के बाद उपचुनाव होना तय हो गया है।
इतना ही नहीं उम्मीदवारी तय करने में हुई री होने के कारण उम्मीदवारों को प्रचार के लिए कम समय मिला। अब यह बात सामने भी आ रही है।
राज्य में लोकसभा की 29 सीटें हैं। इन सीटों पर पहले चार चरणों में मतदान हुआ।