भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में यह परीक्षण संपन्न हुआ। इस परीक्षण के दौरान मिसाइल ने तीन अलग-अलग लक्ष्यों को पूरी सटीकता के साथ ध्वस्त किया।