लिहाजा उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे के बाद उपचुनाव होना तय हो गया है।
वे राज्य की राजनीति से बाहर निकलकर केंद्र में आ गए हैं। उन्होंने छठे नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली।
सबसे बड़ा दावा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बनता है। वह छठी बार सांसद बने हैं। इससे पहले तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
पूजा अर्चना के बाद शिवराज सिंह चौहान अपने परिवार के साथ मतदान केंद्र पहुंचे और वोट डाला।
पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस विरासत टैक्स की बात करती है।
पूर्व सीएम ने भावुक होते हुए कहा कि बहनों ने आज गेहूं की बोरी दी है, जब बहन से पूछा कि ये क्यों दे रही हो तो बहन ने कहा कि भैया ये गेहूं आपके चुनाव खर्च के लिए है।
शिवराज सिंह चौहान लगातार यही कह रहे हैं कि उनका अपने क्षेत्र की जनता से दिल का नाता है।
मामा का रिश्ता प्यार का होता है और भाई का रिश्ता विश्वास का। जब तक मेरी सांस चलेगी तब तक मैं ये रिश्ता टूटने नहीं दूंगा।
राज्य में विधानसभा के लिए हो रहे मतदान को लेकर हर तरफ उत्साह का माहौल है और सुबह से ही मतदान की रफ्तार तेज है।
कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के महामंत्री सैयद जाफर ने एक वीडियो साझा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ढ़ोंगी मामा करार दिया