एम्स रायपुर के आडिटोरियम में आज निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम अंतर्गत 100 दिनों तक टीबी,
कंपनियों ने रविवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि एमटीबीवीएसी की सुरक्षा और दक्षता का मूल्यांकन करने के लिए परीक्षण 2025 में शुरू होगा।
अभियान के तहत 10,015 लोगों में टीबी (TB) की पुष्टि हुई, जिनका इलाज शुरू कर दिया गया है। बलगम की जांच में 5342 लोगों में टीबी पुष्टि हुई जबकि 4673 लोगों में एक्स-रे की जांच में टीबी की पहचान हुई।
उत्तर प्रदेश को ट्यूबरक्लोसिस मुक्त बनाने की दिशा में तेज गति से काम हो रहा है।इसके लिए अलग-अलग तरीके से टीबी के मरीजों को खोजने का काम और उनका इलाज किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को टीबी मुक्त बनाने के विजन को मिशन के रूप में अपनाकर प्रदेश में काम किया जा रहा है।
विभाग का मानना है कि यह टीबी को हराने में सशक्त भूमिका अदा कर सकता है। टीबी मरीज की उचित देखभाल और सहयोग प्रदान करने में परिवार के सदस्य अहम भूमिका निभा सकते हैं।