टीनएजर के लिए मेटा लेकर आया ‘स्ट्रिक्ट प्राइवेट मैसेजिंग सेटिंग्स
By : hashtagu, Last Updated : January 26, 2024 | 11:38 am
इस नई सेटिंग के तहत, टेक जांयट ने अब 19 साल से ज्यादा उम्र के एडल्ट्स को उन टीनएजर को मैसेज भेजने से प्रतिबंधित कर दिया है जो उनको फॉलो नहीं करते हैं। इन लोगों द्वारा किसी ऐसे व्यक्ति को भेजे जा सकने वाले डायरेक्ट मैसेज (डीएम) के टाइप और नंबर्स को टेक्स्ट-ऑनली मैसेज तक सीमित कर दिया है।
मेटा ने कहा, “आज हम टीनएजर्स को गलत संपर्क से बचाने में मदद करने के लिए एक अतिरिक्त कदम की घोषणा कर रहे हैं, जिसके तहत वे किसी ऐसे व्यक्ति से डीएम करने पर रोक लगा देंगे, जिन्हें वे इंस्टाग्राम पर फॉलो नहीं करते हैं या उनसे जुड़े नहीं हैं, जिसमें डिफ़ॉल्ट रूप से अन्य टीनएजर्स भी शामिल हैं।
इस नई डिफॉल्ट सेटिंग के तहत, टीनएजर्स को केवल वे लोग ही मैसेज भेज सकते हैं या ग्रुप चैट में जोड़ सकते हैं जिन्हें वे पहले से फॉलो करते हैं या जिनसे वे जुड़े हुए हैं।
कंपनी ने कहा कि अकाउंट में टीनएजर्स को इस सेटिंग को बदलने के लिए अपने पेरेंट्स की अनुमति लेनी होगी।
यह डिफॉल्ट सेटिंग 16 साल से कम उम्र (या कुछ देशों में 18 साल से कम) के सभी टीनएजर्स पर लागू होगी।
टीनएजर्स की डिफॉल्ट सेटिंग्स में ये नए बदलाव मैसेंजर पर भी लागू होते हैं, जहां 16 साल से कम (या कुछ देशों में 18 साल से कम) को केवल फेसबुक फ्रेंड्स, या उन लोगों से मैसेज प्राप्त होंगे जिनसे वे फोन के माध्यम से जुड़े हुए हैं।
इसके अलावा, टेक जांयट एक नया फीचर लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जो टीनएजर्स को उन लोगों से उनके मैसेज में अवांछित और संभावित रूप से इमेज को देखने से बचाने में मदद करेगी, जिनसे वे पहले से जुड़े हुए हैं।
मेटा ने कहा, “हमारे पास इस फीचर पर शेयर करने के लिए और भी बहुत कुछ होगा, जो इस साल के आखिर में एन्क्रिप्टेड चैट में भी काम करेगा।”
माता-पिता को अपने बच्चों के ऑनलाइन एक्सपीरियंस को सीमित करने में मदद करने के लिए, मेटा अब पेरेंट्स को टीनएजर्स (16 वर्ष से कम) के डिफ़ॉल्ट सेफ्टी और प्राइवेसी सेटिंग्स को कम स्ट्रिक्ट स्थिति में बदलने के अनुरोध को स्वीकार या अस्वीकार करने की अनुमति देता है।
कनेक्ट सेफली के सीईओ लैरी मैगिड ने एक बयान में कहा, ”माता-पिता को अपने बच्चों की डिफॉल्ट सेफ्टी और प्राइवेसी सेटिंग्स को बदलने के अनुरोधों को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का अधिकार देने से जरुरी टूल्स मिलते हैं।”