मस्क ने की भारतीय मूल के इंजीनियर की तारीफ, कहा- उनके बिना हम केवल एक साधारण कार कंपनी
By : dineshakula, Last Updated : June 10, 2024 | 12:01 pm
मस्क ने ये बयान ऐसे समय पर दिया है जब एलुस्वामी ने अपने एक नोट में कहा कि वे एआई और ऑटोनॉमी के मुख्य कर्ताधर्ता रहे हैं।
एलुस्वामी ने अपने नोट में आगे कहा कि वे (मस्क) हमें हमेशा सर्वोच्च हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं, जब हमें लगता है कि वे चीजें पाना बिल्कुल मुश्किल हैं।
इसके बाद मस्क ने एलुस्वामी की पोस्ट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कोट करते हुए लिखा कि धन्यवाद अशोक। यह पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने टेस्ला की एआई और ऑटोपायलट टीम को ज्वाइन किया था। इसके बाद आज सभी एआई और ऑटोपायलट टीम को लीड कर रहे हैं।
आगे मस्क ने कहा कि वैसे मैंने कभी उन्हें ये सुझाव नहीं दिया कि वे ये सब कहें और उन्हें तब पता लगा जब पोस्ट को 10 मिनट पहले देखा।
एलुस्वामी ने अपने नोट में कहा कि 2014 में ऑटोपायलट एक छोटे से कम्प्यूटर से शुरू हुआ था। उसकी मेमोरी करीब 384 केबी की थी। उन्होंने इंजीनियरिंग टीम से लेन कीपिंग, लेन बदलना, वाहनों के लिए लोंगिट्युडिनल कंट्रोल और कर्वेचर आदि लागू करने को कहा।
टीम के कई लोगों ने सोचा था कि ये बिल्कुल नामुमकिन काम है। बहरहाल, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और टीम को इस बेहद कठिन लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रेरित किया। 2015 में सभी मुश्किलों को मात देते हुए टेस्ला ने दुनिया का पहला ऑटोपायलट सिस्टम बनाया। इसके जैसा दूसरा प्रोडक्ट बाजार में कई वर्षों बाद आया।