स्पेसएक्स के एक के बाद एक रॉकेट लॉन्च का लक्ष्य 56 साल का रिकॉर्ड तोड़ना था, लेकिन असफल रहा

By : hashtagu, Last Updated : July 28, 2023 | 4:23 pm

सैन फ्रांसिस्को, 28 जुलाई (आईएएनएस)। स्पेसएक्स (SpaceX) ने फाल्कन 9 रॉकेट और फिर फाल्कन हैवी रॉकेट को मात्र 45 मिनट के अंतर पर लाॅॅच कर 56 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहा।

फ़ॉल्कन हेवी रॉकेट लॉन्च से बमुश्किल एक मिनट पहले रोक दिया गया था।

यूएस स्पेस फोर्स की इकाई स्पेस लॉन्च डेल्टा 45 के अनुसार, स्पेसएक्स ने अगर दोनों रॉकेट को लॉन्च कर दिया हाेेेेताा, तो सितंबर 1966 में जेमिनी 11 मिशन द्वारा निर्धारित रिकॉर्ड तोड़ दिया होता।

स्पेस लॉन्च डेल्टा 45 ने ट्विटर पर लिखा, “एसएलडी 45 के पास आज रात इतिहास बनाने का अवसर है, क्योंकि हम 02:04 यूटीसी और 04:44 यूटीसी के बीच दो लॉन्च का समर्थन करते हैं। यह रिकॉर्ड पर ईआर से लॉन्च के बीच सबसे कम समय का प्रतिनिधित्व कर सकता है। पिछली बार 12 सितंबर, 1966 को 1 घंटा 37 मिनट का समय था जब जेमिनी 11 और टाइटन-11 लॉन्च किए गए थे।’

स्पेसएक्स के फाल्कन हेवी रॉकेट को सबसे पहले रात 11:04 बजे ह्यूजेस नेटवर्क सिस्टम्स के अल्ट्रा हाई-डेंसिटी सैटेलाइट ज्यूपिटर 3 को  ईटी बुधवार (8:34 पूर्वाह्न आईएसटी गुरुवार) फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से ले जाने का लक्ष्य रखा गया था।

लेकिन लिफ्टऑफ़ से बमुश्किल एक मिनट पहले रोक दिए जाने के बाद, गुरुवार की रात (भारतीय समयानुसार शुक्रवार) को एक और नियोजित प्रयास को भी “पूर्ण वाहन चेकआउट” का हवाला देते हुए रद्द कर दिया गया था। स्पेसएक्स का लक्ष्य अब शुक्रवार रात 11:04 बजे है। ईडीटी (शनिवार सुबह 8:34 बजे)।

जुपिटर 3, जो दुनिया का सबसे बड़ा निजी संचार उपग्रह है, ह्यूजेस जुपिटर उपग्रह बेड़े की क्षमता को दोगुना कर देगा। यह उत्तर और दक्षिण अमेरिका में सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्टिविटी के अलावा, इन-फ्लाइट वाई-फाई, समुद्री कनेक्शन, एंटरप्राइज नेटवर्क, मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर्स (एमएनओ) के लिए बैकहॉल और सामुदायिक वाई-फाई समाधान का भी समर्थन करेगा।

इस बीच, फाल्कन 9 ने शुक्रवार को फ्लोरिडा से 12:01 बजे ईटी (9:31 पूर्वाह्न आईएसटी) पर 22 स्टारलिंक उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में लॉन्च किया।

कंपनी ने ट्विटर पर कहा, “22 स्‍टारलिंक उपग्रहों की तैनाती की पुष्टि हो गई है।” उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि “स्पेसएक्स का 2023 का 50वां मिशन” है।