Chhattisgarh : जैतूसाव मठ में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम! होंगे झांकी के दर्शन
By : hashtagu, Last Updated : August 26, 2024 | 1:56 pm
- जैतूसाव मठ 200 साल पुराना है। यहां पुरानी बस्ती क्षेत्र स्थित जैतुसाव मंदिर में अंग्रेजों के समय से माल पुए बनते आ रहे हैं। इस बार भी 1100 किलो मालपुए तैयार किए गए हैं। लकड़ी के चूल्हे पर इसे धीमी आंच पर बनाया जाता है।
इसके बाद एक बड़े से कमरे में सूखी घास पर मालपुए को सुखाया जाता है, ताकी एक्स्ट्रा घी बाहर निकल जाए। इसके बाद इसे सुरक्षित सीता रसोई नाम की एक रसोई में रखा जाता है। इसका वितरण 27 अगस्त को किया जाएगा।
जैतूसाव मठ में वृंदावन से आती हैं सखियां
जैतूसाव मठ न्यास समिति अजय तिवारी ने बताया कि मंदिर में स्थापित सभी विग्रहों का दुग्धाभिषेक कर नए वस्त्र से श्रृंगार होगा इसके बाद महाआरती की जाएगी। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रात 8 बजे से भजन कीर्तन और साथ राधा कृष्ण की झांकी होगी।
- यह आयोजन रात 12 बजे तक चलेगा और दूसरे दिन 27 अगस्त मंगलवार को दोपहर 1 बजे राजभोग आरती होगी। प्रसाद वितरण संध्या 5 बजे से होगा। इस साल भगवान को 11 क्विंटल मालपुआ और 51 किलो पंजरी का प्रसाद अर्पण किया जाएगा।
वृंदावन और मथुरा की गलियों में नृत्य कर अपनी जिंदगी भगवान कृष्ण के नाम कर चुकी सखियां भी हर साल रायपुर के जैतूसाव मठ में आती हैं। सखियों ने बताया कि इससे पहले हमारे गुरु यहां आया करते थे। ये सखियां मंदिर में जन्माष्टमी की विशेष पूजा के दौरान भजन गाती हैं। भगवान का आशीर्वाद भक्तों तक पहुंचाती हैं।
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