भाजपा नेताओं की क्लास: परफॉर्मेंस ऑडिट के साथ तय हुए आगामी कार्यक्रम, कई मंत्रियों को मिली फटकार

By : dineshakula, Last Updated : June 19, 2025 | 11:53 am

रायपुर: भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश सरकार के मंत्रियों (Chhattisgarh ministers) की परफॉर्मेंस की गहन समीक्षा की गई। बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन की उपस्थिति रही। दोनों नेताओं ने एक-एक कर मंत्रियों को बुलाकर वन-टू-वन बातचीत की और उनके विभागीय कार्यों की रिपोर्ट ली। इस दौरान कई मंत्रियों को उनकी कमजोर कार्यशैली और जनसम्पर्क की कमी के चलते फटकार भी लगी।

सूत्रों के अनुसार, कुछ मंत्रियों को परफॉर्मेंस सुधारने की सख्त हिदायत दी गई है। यह बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि इसे संभावित मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल से जोड़ा जा रहा है। हालांकि, विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में कोई भी बदलाव राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही होगा।

बैठक की शुरुआत में पहले क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय और प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने मंत्रियों से मुलाकात की। इसके बाद शिवप्रकाश और नितिन नबीन ने अलग से वन-टू-वन संवाद किया।

क्यों हुई मंत्रियों की क्लास?

राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद संगठन को लगातार मंत्रियों के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं। कार्यकर्ताओं का कहना था कि सरकार बनने के बावजूद उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। कुछ मंत्री मिलने का समय तक नहीं देते, वहीं कुछ पर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने के आरोप भी लगे हैं। इससे सरकार की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ा है। इन्हीं कारणों से संगठन ने मंत्रियों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने का निर्णय लिया और सख्त संदेश दिया।

विधायकों को बयानबाज़ी से बचने की सलाह

मंत्रियों के साथ-साथ विधायक दल की बैठक भी हुई, जिसमें शिवप्रकाश ने सभी विधायकों को भाषा पर संयम रखने की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी विषय की पूरी जानकारी नहीं है, तो उस पर अनावश्यक बयानबाज़ी से बचें।

आगामी कार्यक्रमों की भी समीक्षा

बैठक में केवल समीक्षा ही नहीं, बल्कि आगामी संगठनात्मक कार्यक्रमों को लेकर भी रणनीति बनाई गई। शिवप्रकाश और नितिन नबीन की उपस्थिति में पार्टी के अभियान “संकल्प से सिद्धि: 11 साल बेमिसाल” की प्रगति की समीक्षा की गई। इसके तहत अहिल्याबाई होल्कर जयंती, प्रदर्शनियां, प्रोफेशनल मीटिंग्स, गोष्ठियां, और घर-घर संपर्क अभियानों पर चर्चा हुई। यह अभियान 9 जून से पूरे प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से चलाया जा रहा है।