रायपुर। उपमुख्यमंत्री अरुण साव (Deputy Chief Minister Arun Sao) ने नगरीय निकाय और पंचायत का चुनाव (Municipal body and panchayat elections) एक साथ कराने के बड़े संकेत दिए है। साथ ही नगरीय निकायों में महापौर और निकाय अध्यक्षों का चुनाव भी प्रत्यक्ष रूप से जनता के माध्यम से कराए जाने की बात सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन इतना जरूर कहा कि इसके लिए भविष्य में सरकार निर्णय ले सकती है। अभी इस पर सहमति बनना बाकी है। बता दें, कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान इसमें बदलाव करते हुए पार्षदों के माध्यम से महापौर और निकायों का चुनाव कराया था। जिसके बदले जाने की संभावना जताई जा रही है।
शुक्रवार को नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने मीडिया से कहा- वन नेशन वन इलेक्शन की चर्चा हो रही है। छत्तीसगढ़ सरकार भी इस दिशा में सोच रही है। इसलिए हमने एक समिति का गठन किया है कि वह इस बात पर न केवल लोगों की राय लें, बल्कि कानूनी जो प्रावधान है उसे समझें। तीन कानून हैं म्युनिसिपल कार्पोरेशन एक्ट 1956, म्यूनिसिपल पार्टी एक्ट 1961 और पंचायत राज अधिनियम 1993 यह तीन कानून हैं।
कांग्रेस सरकार ने महापौर के डायरेक्ट इलेक्शन के नियम को बदल दिया था। तय हुआ था कि पार्षद ही महापौर को चुनेंगे। जबकि इससे पहले आम लोग महापौर पद के लिए वोटिंग करते थे। अब भाजपा की सरकार पुराने नियम को वापस ला सकती है। इसे लेकर भी काम जारी है। मंत्री अरुण साव ने कहा है कि जरुरत पड़ी तो ऐसा किया जा सकता है।
मोदी सरकार ने 8 अगस्त को लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश किया। इस बिल के सदन में पेश होते ही देश की सबसे बड़ी और ताकतवर मुस्लिम संस्था वक्फ बोर्ड एक बार फिर से चर्चा में है। दिल्ली का कुल एरिया करीब 3.6 लाख एकड़ है, जबकि वक्फ बोर्ड के पास 9 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन है। इसपर विवाद जारी है। कांग्रेस बिल का विरोध कर रही है। इस पर भी अरुण साव ने बयान दिया है।
#WATCH | Raipur: Chhattisgarh Deputy CM Arun Sao says, “Today we are celebrating world tribal day. I extend best wishes to everyone on this occasion. After the formation of PM led government several works have been done for the upliftment of tribal people…For the first time… pic.twitter.com/C49fUojBEy
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 9, 2024
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