रायपुर। वित्त मंत्री ओपी चौधरी (Finance Minister OP Chaudhary) ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट (Budget in assembly) पेश करेंगे। आज विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने मीडिया से कहा, हमारे छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त करके के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने महतारी वंदन योजना की शुरुआत कर दी है।
हमारे छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त करके के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री @vishnudsai जी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने महतारी वंदन योजना की शुरुआत कर दी है।
इस योजना के फॉर्म आज से भरे जा रहे हैं, दस्तावेजों में कई विकल्प दिए गए हैं जिससे इस योजना का लाभ सभी… pic.twitter.com/dnEHSQTUqO
— OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) February 5, 2024
ओपी चौधरी ने बताया कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को दिवालियापन की कगार पर ला खड़ा किया है। ऐसी चुनौतियों के बीच हमारी सरकार नया बजट लेकर आ रही है। इसमें मोदी जी की गारंटी, बड़ी प्राथमिकता के रूप में सामने आएगी। टेक्नोलॉजी ड्रिवन गर्वनेंस पर फोकस और पारदर्शी व्यवस्था लागू करते हुए आय बढ़ाएंगे। ये बजट छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाई पर ले जाने वाला बजट होगा।
3100 रुपए में किसानों से धान खरीदी का वादा बीजेपी सरकार ने किया, लेकिन किसानों को ये दाम मिला नहीं हैं। 2203 रुपए की दर पर ही खरीदी की जा रही है। बजट में वित्त मंत्री अंतर की राशि से जुड़ा ऐलान करेंगे। छत्तीसगढ़ सरकार के बजट में कृषक उन्नति योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, चिराग योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से जुड़ी सुविधाओं को प्रदेश में बढ़ाया जा सकता है।
प्रदेश की सरकार नवा रायपुर में अगले एक साल 6 हजार आईटी प्रोफेशनल्स तैयार करने जा रही है। अगले पांच साल में नवा रायपुर को आईटी, बिजनेस कॉन्फ्रेंस और वेडिंग सेंटर के हब के रूप में तैयार करने का लक्ष्य है। इस बजट में इसके लिए प्रावधान होंगे।
पुलिस बल के आधुनिकीकरण, सुदृढ़ पुलिस थानों के निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के काम प्रदेश में बढ़ाने के लिए बजट में प्रावधान होगा।
स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल, प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग, प्रदेश के अलग-अलग जिलों में साइंस सिटी, एस्ट्रो पार्क और केन्द्रीय प्रयोगशालाएं बनाने की योजना है।
वृक्ष संपदा योजना, लेमरू हाथी रिजर्व परियोजना, चरण पादुका योजना, वन प्रबंधन समितियों को फंड, सिंचाई परियोजनाओं का विस्तार, राजस्व बढ़ोतरी के लिए वनोपज से अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट तैयार करने के सेंटर विकसित करने जैसी बातें बजट में शामिल की जा रही हैं।
ग्रामीण इलाकों में लाइवलीहुड कॉलेज का विस्तार, माइक्रो एटीएम की पंचायत स्तर पर व्यवस्था करने पर बजट जारी किया जा सकता है।
महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और एकीकृत बाल विकास सेवा जैसी योजनाओं के लिए सिंगल निगरानी पोर्टल बनाने जैसे कदम उठाए जा रहे हैं।
बजट-2024 में छत्तीसगढ़ में नए इंडोर और आउटडोर स्टेडियम के निर्माण, छत्तीसगढ़ के स्थानीय और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने, खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण और सुविधाएं देने की स्कीमों को लॉन्च किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ का बजट और वित्त मंत्री
छत्तीसगढ़ 1 नवंबर 2000 को नया राज्य बना। तब प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने डॉ रामचंद्र सिंहदेव को वित्त मंत्री बनाया था। प्रदेश का पहला वार्षिक बजट 2001 में आया। डॉ सिंहदेव ने तीन बार बजट पेश किया। प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए उनका योगदान याद किया जाता है।
इसके बाद सीएम बने रमन सिंह ने वित्त विभाग अपने पास ही रखा। भूपेश बघेल जब CM बने तो उन्होंने भी यही किया। सिंहदेव के बाद ओपी दूसरे ऐसे वित्त मंत्री हैं, जो मुख्यमंत्री से अलग अपना काम कर रहे हैं। क्योंकि IAS रहते उन्हें प्रशासनिक कामों की समझ है, इस वजह से सियासी दल और आम लोग ओपी चौधरी से बजट में कुछ वैसा ही करिश्माई प्रयोग देखना चाहते हैं।हालांकि बजट इस बात को ध्यान में रखकर भी तैयार किया गया है कि सामने लोकसभा चुनाव हैं, और भी कई चुनाव आएंगे। सब कुछ एक बार में ही जनता को दे देना सियासी लोगों की तासीर भी नहीं।
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