यह शर्मनाक है कि ‘कांग्रेस’ पूछ रही है कि ‘कश्मीर’ से क्या वास्ता है?’-अमित शाह का पलटवार
By : hashtagu, Last Updated : April 7, 2024 | 2:54 pm
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा ‘X’ पर दिया गया वक्तव्य
राजस्थान के अनेक बहादुर बेटों ने कश्मीर में शांति और सुरक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है
कांग्रेस द्वारा किये गए Blunders से देश दशकों तक परेशान होता रहा है
कांग्रेस पार्टी की ‘इटालियन संस्कृति’ ही भारत के विचार को न ‘समझ पाने’ के लिए जिम्मेदार-अमित शाह का पलटवार
दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Union Home and Cooperation Minister Amit Shah) ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) की ‘कश्मीर से क्या वास्ता है’ टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है। एक्स पर तीखा हमला करते हुए, श्री शाह ने लिखा, “यह सुनना शर्मनाक है कि कांग्रेस पार्टी पूछ रही है, ‘कश्मीर से क्या वास्ता है’। मैं कांग्रेस पार्टी को याद दिलाना चाहूंगा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, और प्रत्येक राज्य और नागरिक का जम्मू-कश्मीर पर अधिकार है, जैसे जम्मू-कश्मीर के लोगों का शेष भारत पर अधिकार है।” कांग्रेस पर निशाना साधते हुए श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस को यह नहीं पता कि कश्मीर में शांति और सुरक्षा के लिए राजस्थान के कई वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी है।
- शाह ने आगे कहा, “लेकिन यह केवल कांग्रेस नेताओं की गलती नहीं है। भारत के विचार को न समझ पाने के लिए ज्यादातर कांग्रेस पार्टी की इटालियन संस्कृति दोषी है। इस तरह के बयानों से हर देशभक्त नागरिक को ठेस पहुंचती है जो इसकी परवाह करता है। देश की एकता और अखंडता के लिए जनता निश्चित तौर पर कांग्रेस को जवाब देगी और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार ने धारा 371 को नहीं बल्कि धारा 370 को हटाया है, लेकिन कांग्रेस से यही अपेक्षा है।
- कांग्रेस द्वारा की गई ऐसी गलतियों ने देश को दशकों से परेशान किया है।” हाल ही में, कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने जम्मू-कश्मीर को लेकर बयान देते हुए पूछा था कि भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी राजस्थान में जम्मू-कश्मीर की बात क्यों कर रहे हैं। उन्होंने यह भी पूछा, ‘कश्मीर से क्या वास्ता है?’।
यह भी पढ़ें : चुनावी युद्ध : CM विष्णुदेव बोले, कांग्रेस ने झूठे ‘जनघोषणा पत्र’ से वोट बटोरा फिर ‘सत्ता’ पाते बन गए थे लुटेरे