लखमा ने इनके साथ तीखी बहस में कहा-क्या मैं ‘पाकिस्तान’ में रहता हूं, सदन में ठहाके

छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस विधायक कवासी लखमा और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के बीच तीखी बहस हुई. लखमा जब सवाल पूछने खड़े हुए

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  • Updated On - December 18, 2024 / 05:12 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस विधायक कवासी लखमा (Congress MLA Kawasi Lakhma) और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर (BJP MLA Ajay Chandrakar) के बीच तीखी बहस हुई. लखमा जब सवाल पूछने खड़े हुए तो उनके द्वारा सिर्फ ‘सुकमा जिले में सड़क बन रही है’ कहते ही अजय चंद्राकर ने बीच में टोक दिया और पूछ लिया ‘दादी आप कभी सुकमा गए हो’. इतने में लखमा (जिन्हें प्यार से दादी भी कहा जाता है) ने पूछा ‘तो क्या मैं पाकिस्तान में रहता हूं’. उनके इस जवाब से सदन में ठहाके लगने लगे.

  • कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सुकमा सहित कई क्षेत्रों में बिना टेंडर के सड़क, पुल-पुलिया का निर्माण किसके कहने पर हुआ. यही नहीं आज विधानसभा सत्र में अनुपूरक बजट प्रस्तुत किए जाने को लेकर कवासी लखमा ने कहा ‘मैं इसका विरोध करता हूं’.

इस सरकार ने किसान, व्यापारी और बच्चों को ठगा

उन्होंने कहा, इस सरकार ने सबसे ज्यादा किसान, व्यापारी और बच्चों को ठगा है. किसानों से वादा किया गया 21 क्विंटल धान 31 सौ रुपए में खरीदेंगे लेकिन अजय चंद्राकर झूठ बोलते हैं. इस बीच कवासी लखमा ने अजय चंद्राकर द्वारा फिर टोकने पर कहा कि अध्यक्ष की बात भी नहीं मानते, इसीलिए मंत्री नहीं बनाए गए.

लखमा ने ओपी चौधरी को घेरते हुए भी कहा कि पढ़े-लिखे वित्त मंत्री हैं तो बताएं कि किसानों इस भरोसे से धान की फसल की थी कि उनका एक-एक दाना धान 31 सौ रुपये में खरीदा जाएगा. मगर, अब कई क्षेत्रों में धान की खरीद नहीं हो रही है. लाडली बाई योजना का लाभ 100 में से सिर्फ 25 महिलाओं को मिल रहा है. उन्हें भी ठगा गया है.

कांग्रेस के आरोप का केदार कश्यप ने किया खंडन

धान खरीद में अनियमितता वाले कांग्रेस के आरोप का सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने खंडन किया. उन्होंने कहा कि धान खरीद के लिए समुचित व्यवस्था की गई है. नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने आरोप लगाया कि 2024-25 में समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदने में साय सरकार पूरी तरह विफल रही है. राज्य में ऐसी अराजक स्थिति पहले कभी नहीं बनी.

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि कई केंद्रों पर धान की खरीद बंद कर दी गई है. राइस मिलर्स, सोसायटी मैनेजर, कंप्यूटर ऑपरेटर, ट्रांसपोर्टर और किसान सरकार से असंतुष्ट हैं. धान की पैकिंग के लिए उपलब्ध कराए गए जूट के बोरे घटिया स्तर के हैं. मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि 14 नवंबर से 2,739 धान केंद्रों पर धान की खरीद की जा रही है. रविवार तक 10.66 लाख किसानों से 50.02 लाख टन धान की खरीद की जा चुकी है.