महबूबा मुफ्ती ने कहा, आर्टिकल 370 जम्मू-कश्मीर और देश के बीच का पुल था, जिसे तोड़ दिया गया
By : hashtagu, Last Updated : August 24, 2024 | 8:17 pm
- महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम सुलह और संवाद चाहते हैं। हम चाहते हैं कि एलओसी के आर-पार लोगों से संपर्क हो। हम चाहते हैं कि पीओजेके स्थित शारदा पीठ तीर्थ स्थल तक जाने का रास्ता खोला जाए, ताकि कश्मीरी पंडित वहां जाकर पूजा अर्चना कर सकें।
उन्होंने कहा कि अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो हम 200 यूनिट मुफ्त बिजली देंगे। पुरानी पेंशन योजना लागू करेंगे, भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे, संविदा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाएंगे, जेल में बंद लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करेंगे। इसके अलावा मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों को मुफ्त बिजली देंगे। हमारी सरकार जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध हटाने और उनकी संपत्ति वापस करने की कोशिश करेगी। केंद्रीय गृह मंत्री से एलओसी के आर-पार व्यापार फिर से शुरू करने का अनुरोध करेंगे।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आर्टिकल 370 जम्मू-कश्मीर और देश के बीच का पुल था, जिसे तोड़ दिया गया । भाजपा सरकार ने अलगाववादियों को जेल में डाला है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि उनके नेता अटल बिहारी वाजपेयी और एलके आडवाणी ने यासीन मलिक, शब्बीर शाह और मीरवाइज फारूक से मुलाकात की थी। जेल में डालना समाधान नहीं है, कश्मीर मुद्दा जीवित है, वरना इंजीनियर राशिद जीत नहीं पाते।
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा का चुनाव होना है। राज्य में जिन 24 सीटों पर 18 सितंबर को मतदान होना है, उन सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त है। वहीं, 25 सितंबर को दूसरे चरण के तहत मतदान वाली 26 सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 5 सितंबर है। तीसरे चरण के तहत राज्य की जिन 40 विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होना है, उन पर नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं, जिनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं। यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है। जबकि, कुल 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है।
यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर को फिर से आतंकवाद और अलगाववाद में धकेलना चाहती है एनसी, जवाब दें राहुल गांधी : किशन रेड्डी