रायपुर। हर दिल, मन और मस्तिष्क पर दुख और संताप की घोर घटाओं के बीच अपनों से बिछड़ने की चीत्कार हर किसी के कलेजे को दहला रही थी। आंखों में आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे थे। घर से निकले थे, अपनी गृहस्थी को चलाने के खातिर हाड़ तोड़ मेहनत करने के लिए। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके लिए जिंदगी का आखिरी दिन साबित होगा। तेंदूपत्ता मजदूर हर दिन तोड़ाई करने के लिए अपने घरों से निकलते थे।
काम पूरा करने के बाद लौटते वक्त जिस पीकअप में सवार थे, वह 20 फीट नीचे खाई में गिर गई। 19 लोगों की जिंदगी (19 people’s lives) छीन गई। एक ही परिवार के 11 लोग मौत के मुंह में समा गए। कवर्धा में हुए हादसे (Accidents in kawardha) में मारे गए 19 लोगों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।अंतिम संस्कार में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी पहुंचे। जहां उन्होंने दिवंगत लोगों को भावभीनी विदाई देते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।
हादसे में मृतकों के परिजन को प्रदेश सरकार 5-5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार का मुआवजा देगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने की। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार मृतकों के परिजनों के साथ है। घायलों को इलाज की अच्छी सुविधा मिले, यह हम देख रहे हैं।
एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत
मरने वालों में एक ही परिवार के 11 लोग थे, एक साथ जलाई गई 17 लोगों की चिता में 11 लोग एक ही परिवार के थे। परिवार के एक सदस्य रतन सिंह ने बताया कि तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए रोज जाते थे, कभी बाइक से तो कभी फोर व्हीलर से जाते थे। जो गाड़ी चलाता था, उसे ज्यादा अनुभव नहीं था।
20 फीट गहरे गड्ढे में गिरा पिकअप वाहन
दरअसल, 20 मई को तेज रफ्तार पिकअप पलटकर 20 फीट गहरे गड्ढे में गिर गया था। हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई, 7 से ज्यादा लोग घायल हुए। हादसा कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी गांव के पास हुआ है। SP अभिषेक पल्लव के मुताबिक मरने वालों में 18 महिलाएं शामिल हैं। इनमें मां-बेटी सहित 3 बच्चियां भी हैं। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। हादसे के दौरान पिकअप में 25 लोग सवार थे। सभी लोग तेंदूपत्ता तोड़कर गांव लौट रहे थे। हादसा इतना जबरदस्त था कि 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई\
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