नई दिल्ली, 15 जनवरी (आईएएनएस)। 2024 पेरिस ओलंपिक के सभी दोषपूर्ण पदकों को बदलने (Replacing defective medals) की खबरों के बीच, भारतीय पहलवान अमन सहरावत (Indian wrestler Aman Sehrawat) के कांस्य पदक का रंग भी फीका पड़ने लगा है, लेकिन पहलवान ने अभी तक इस मामले में शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
पेरिस 2024 में अपने ओलंपिक पदार्पण पर, अमन ग्रीष्मकालीन खेलों में सबसे कम उम्र के भारतीय पदक विजेता बन गए, जब उन्होंने पुरुषों की 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक जीता।
रिपोर्टों के अनुसार, 2024 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक के लिए पदक बनाने वाली कंपनी मोनाई डे पेरिस ने कहा कि वह पदकों के खराब होने की कई शिकायतों के बाद एथलीटों के अनुरोध पर सभी क्षतिग्रस्त पदकों को बदल देगी।
हालांकि, अमन ने पदक बदलने के लिए आधिकारिक तौर पर अपनी शिकायत दर्ज नहीं कराई है। भारतीय पहलवान के एक करीबी सूत्र ने आईएएनएस को बताया, “अमन सहरावत ने पेरिस में जो कांस्य पदक जीता था, वह दोषपूर्ण लगता है। उसका रंग फीका पड़ने लगा है। हमने अभी तक आईओसी के साथ आधिकारिक शिकायत साझा नहीं की है।”
फ्रांसीसी वेबसाइट ला लेट्रे की जानकारी के अनुसार, केवल चार महीनों में ही एथलीटों द्वारा पेरिस 2024 ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की आयोजन समिति (कोजोप) को 100 से अधिक दोषपूर्ण पदक लौटा दिए गए हैं। पेरिस 2024 के प्रत्येक पदक को एक लक्जरी फ्रांसीसी जौहरी चौमेट द्वारा डिजाइन किया गया था, जिसे फ्रांस के सबसे प्रतिष्ठित प्रतीक: एफिल टॉवर से लोहे के एक षट्कोणीय टुकड़े से सजाया गया था।
प्रत्येक पदक के केंद्र में 0.6 औंस का पुडल आयरन का टुकड़ा है। पिछले साल ग्रीष्मकालीन खेलों के समापन के तुरंत बाद, विभिन्न एथलीटों ने सोशल मीडिया पर यह साझा किया कि उनके द्वारा जीते गए पदक पहले से ही अपनी चमक खोने लगे हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि पेरिस के आयोजक उन एथलीटों की समितियों के संपर्क में हैं जिन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतों के आधार पर इन्हें बदला जाएगा और आने वाले हफ्तों में इन्हें बदलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।