रायपुर। राजधानी के कलेक्ट्रेट कार्यालय (Raipur Collectorate Office) में सोमवार को एक कर्मचारी ने अधिकारियों की प्रताडऩा से आत्महत्या कर लिया। अपने सुसाइड नोट में प्रदीप उपाध्याय (Pradeep Upadhyay in suicide note) ने लिखा है कि दुर्भावना वश और ब्राह्मण को यहां से भगाना है, कहकर अधिकारियों ने मुझे लगातार प्रताडि़त किया। बार बार मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाया, इससे मेरी छवि खऱाब हुई। मैं आहत होकर आत्महत्या करने का जिक्र अपने सुसाइड नोट में किया हूं।
अपने सुसाइड नोट में मृतक प्रदीप उपाध्याय ने लिखा है, मैं पूरी ईमानदारी और पूरी निष्ठा से कार्य कर रहा था, पर बार-बार मुझे निशाना बनाकर मुझसे द्वेष पालकर प्रताडि़त किया जाता था। मेरी फर्जी शिकायतें कराकर मेरी छवि को बार-बार खऱाब किया जाता रहा। मुझे डायवर्सन शाखा के साथ राजस्व शाखा का अतिरिक्त काम सौंपा गया, तब भी मेरे अधिकारियों ने किसी नेता से मेरी फर्जी शिकायत कराकर मेरा खरोरा ट्रांसफर कर दिया। हर अधिकारी से मेरी बुराई की गई। जिससे कलेक्टर के सामने मेरी छवि खऱाब की गई। ‘कलेक्टर ने भी नहीं सुनी, उनके द्वारा तीन बार लिखित रुप से मामले की जानकारी जिले के कलेक्टर गौरव सिंह को दी गई, पर कलेक्टर ने कुछ भी नहीं किया। अपने सुसाइड नोट में मृतक ने तीन अधिकारियों की संपत्ति की जांच की मांग भी की है। साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि वो इस मामले में मृतक को न्याय दिलाएं और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई किया जाए।
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