आजाद भारत में हिंदू बहन-बेटियों के ‘धर्म परिवर्तन’ की योजना चिंताजनक : कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर

मौलाना तौकीर रजा के विवादित बयान पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और कथावाचक ठाकुर देवकीनंदन ने अपनी प्रतिक्रिया दी।

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  • Publish Date - July 16, 2024 / 09:45 PM IST

लखनऊ, 16 जुलाई (आईएएनएस)। मौलाना तौकीर रजा के विवादित बयान पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और कथावाचक ठाकुर देवकीनंदन (Narrator Thakur Devkinandan) ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस प्रकरण को बड़े स्तर पर धर्मांतरण और लव जिहाद (Conversion and Love Jihad) का प्रत्यक्ष उदाहरण बताया।

  • कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि “आजाद भारत में हमारी हिंदू बहन-बेटियों की धर्म परिवर्तन करने की योजना बनाई जा रही है और प्रशासन से भी इसके लिए अनुमति मांगी जा रही है। हाईकोर्ट ने भी धर्म परिवर्तन के नाम पर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि सबसे ज्यादा धर्म परिवर्तन हिंदू बच्चों का ही हो रहा है। उन्होंने आगे कहा, अगर वो 23 का धर्म परिवर्तन करना चाहते हैं तो मैं एक कथावाचक हूं, मेरे पास बहुत संख्या में मुस्लिम लोग आते हैं, पर मैंने कभी ऐसा प्रयास नहीं किया है। जो लोग हिंदू को हिंसक कहते हैं, वो लोग अब कहां गए।”

इस मामले को लेकर महंत राजू दास ने कहा, “देश में जिस प्रकार से लव जिहाद और धर्मांतरण का प्रकरण बढ़ रहा है। इसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट की खंड पीठ ने भी संकेत दिया था कि, ऐसे मामलों से बहुसंख्यक समाज अल्पसंख्यक हो जाएगा। मौलाना तौकीर रजा द्वारा धर्मांतरण करने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगना लव जिहाद का प्रत्यक्ष उदाहरण है। बड़े स्तर पर लव जिहाद और धर्मांतरण का बड़ा मामला है। इस पर सरकार को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”

तौकीर रजा के बयान पर जमात ए उलेमा ए हिन्द के लीगल एडवाइजर मौलाना काब रशीदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “इस्लामी कानून की बात है तो उसमें किसी के साथ भी जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए। भारतीय संविधान भी जबरदस्ती की इजाज़त नहीं देता है, लेकिन कोई अपनी इच्छा से धर्म परिवर्तन करना चाहता है तो उसकी लीगल प्रक्रिया है। मेरा मानना है कि ऐसी बयानबाजी समाज को नुकसान पहुंचाती है। हमें इन चीजों को मिलकर तय करना चाहिए और कोई कुछ भी कहें हमें भारत के संविधान को मानना चाहिए।”

  • बता दें कि 15 जुलाई को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर सामूहिक निकाह कराने की अनुमति मांगी थी। जिसमें उनका दावा था कि उनके सम्पर्क में कुछ हिन्दू युवक और युवतियां जिनकी इस्लाम धर्म में आस्था एवं विश्वास है, जो युवक मुस्लिम धर्म स्वीकार करके मुस्लिम युवती से शादी करना चाहते हैं। इसी प्रकार कुछ हिन्दू युवतियां इस्लाम धर्म से प्रभावित होकर मुस्लिम धर्म स्वीकार करके मुस्लिम युवाओं से निकाह करना चाहती हैं।

इसको लेकर आज बरेली एसएसपी अनुराग आर्य ने सख्त निर्देश दिया है। एसएसपी बरेली का कहना है कि बिना किसी अनुमति के किसी को भी किसी प्रकार का कोई कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं दी जाएगी, जिससे शहर का माहौल खराब हो। ऐसे लोगों से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। वहीं कोई व्यक्ति अगर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश करता है तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।