महाराष्ट्र में सुशासन और सामाजिक न्याय की जीत, झूठ और फरेब की हुई हार : पीएम मोदी
By : madhukar dubey, Last Updated : November 23, 2024 | 11:45 pm
पीएम मोदी ने कहा, “आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है, सुशासन की जीत हुई है, सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। महाराष्ट्र में आज झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है। विभाजनकारी ताकतें हारी हैं, नेगेटिव पॉलिटिक्स की पराजय हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मजबूत किया है। आज मैं देशभर के भाजपा और एनडीए के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं और सबका अभिनंदन करता हूं।”
चुनावी नतीजों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनावों के भी नतीजे आए हैं और लोकसभा की हमारी एक सीट और बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा का जमकर समर्थन किया है। असम के लोगों ने भाजपा पर एक बार फिर भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये नतीजे दिखाते हैं कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।”
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहू जी महाराज, महात्मा फुले, सावित्री बाई फुले, बाबा साहेब अंबेडकर, वीर सावरकर, बालासाहेब ठाकरे जैसे महान व्यक्तित्वों की धरती महाराष्ट्र ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। उन्होंने कहा, “भाजपा और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबासाहेब अंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्री बाई फुले के सामाजिक न्याय के विचार को माना है। संस्कृतियों और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार और स्वभाव में है।”
पीएम मोदी ने कहा कि बीते 50 साल में यह किसी भी पार्टी या किसी भी प्री-पोल एलायंस के लिए सबसे बड़ी जीत है। यह लगातार तीसरी बार है जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है और भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। यह भाजपा के सुशासन मॉडल पर जनता की मुहर है। हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश एकजुटता है।
उन्होंने कहा कि ‘एक हैं, तो सेफ हैं’ का नारा आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर एससी/एसटी/ओबीसी को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है कि ‘एक हैं, तो सेफ हैं’।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लाल किले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत के गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास और विरासत का संकल्प लेता है तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज दुनिया हमारी संस्कृति का सम्मान करती है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र “विकास भी-विरासत भी” के मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।
” ‘इंडी’ वाले देश के बदले हुए मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना के साथ है। जो ‘कुर्सी फर्स्ट’ का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।”