छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED ने कवासी लखमा की संपत्ति और कांग्रेस कार्यालय अटैच किया
By : dineshakula, Last Updated : June 13, 2025 | 9:26 pm

रायपुर/सुकमा, 13 जून 2025 : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) और उनके बेटे हरीश लखमा की करोड़ों की संपत्ति अटैच कर दी है। इसके साथ ही सुकमा में स्थित कांग्रेस पार्टी का जिला कार्यालय भी ED की अटैचमेंट की जद में आ गया है।
6 करोड़ की संपत्ति अटैच, कांग्रेस कार्यालय भी निशाने पर
प्रवर्तन निदेशालय ने जानकारी दी है कि रायपुर में स्थित कवासी लखमा के बंगले और सुकमा स्थित उनके घर को अटैच किया गया है। इसके अलावा उनके बेटे हरीश लखमा की संपत्ति और सुकमा का कांग्रेस कार्यालय भी इस कार्रवाई में शामिल हैं। अटैच की गई संपत्तियों की कुल कीमत लगभग 6 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
ED के सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की गई है। जल्द ही इस संबंध में आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी की जाएगी।
72 करोड़ का कमीशन, कांग्रेस कार्यालय में निवेश का आरोप
ED के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि यह घोटाला तीन साल तक चला। इस दौरान कवासी लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में मिले। कुल मिलाकर उन्हें 72 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई। यह राशि उनके बेटे के घर के निर्माण और कांग्रेस कार्यालय के निर्माण में उपयोग की गई।
ED का दावा है कि लखमा को आबकारी विभाग में हो रही गड़बड़ियों की पूरी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने शराब नीति में बदलाव की दिशा में भी भूमिका निभाई, जिससे राज्य में FL-10 लाइसेंस की शुरुआत हुई।
कांग्रेस ने बताया राजनीतिक साजिश
ED की इस कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है। पार्टी के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा: “यह पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध है। कांग्रेस कार्यालय को अटैच करना लोकतंत्र पर हमला है। BJP विपक्ष को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।”
शुक्ला ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ED भाजपा के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर जैसे आलीशान कार्यालयों की जांच भी करेगी? उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने शंकर नगर में कार्यालय बनाया, उसका पूरा हिसाब देने को तैयार हैं।
BJP ने बताया भ्रष्टाचार का प्रमाण
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने ED की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि: “भूपेश बघेल सरकार के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ। कुछ लोग जेल में हैं, कुछ बेल पर हैं, और कुछ पर कार्रवाई चल रही है। लखमा सिंडिकेट के मुख्य सदस्य थे। कार्रवाई देर से हुई, लेकिन सही हुई।”
लखमा सिंडिकेट का अहम हिस्सा
ED का आरोप है कि कवासी लखमा 16 जनवरी 2025 से जेल में बंद हैं और वह शराब सिंडिकेट के मुख्य संचालनकर्ताओं में शामिल थे। ED ने दावा किया कि लखमा के निर्देश पर सिंडिकेट चलता था, और शराब सिंडिकेट को उनसे पूरी मदद मिलती थी।
2161 करोड़ का घोटाला
ED की जांच के अनुसार, यह घोटाला कुल 2161 करोड़ रुपये का है। इसमें अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा समेत कई बड़े नामों की भूमिका बताई गई है। ED का कहना है कि इस घोटाले से सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचा है और शराब सिंडिकेट के लोगों ने लगभग 2,100 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की।