सीएम विष्णुदेव साय का जापान मिशन: छत्तीसगढ़ में आईटी से लेकर ऑटोमोबाइल तक बड़े निवेश की तैयारी

By : dineshakula, Last Updated : August 23, 2025 | 11:22 am

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) इन दिनों नौ दिवसीय जापान दौरे पर हैं, जहां वे प्रदेश में विदेशी निवेश को लेकर लगातार अहम बैठकों में हिस्सा ले रहे हैं। टोक्यो में उन्होंने जापानी सरकारी संस्थान जेईटीआरओ (JETRO) के वरिष्ठ अधिकारियों श्री नाकाजो काज़ुया, श्री एंडो युजी और   हारा हारुनोबू से मुलाकात की। इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की अपार संभावनाओं पर चर्चा की, खासकर आईटी, टेक्सटाइल्स, एयरोस्पेस, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में।

मुख्यमंत्री ने JETRO को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित किया और प्रदेश की नई औद्योगिक नीति, संसाधनों और युवाओं की क्षमता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य तेजी से विकसित हो रहा है और यहां निवेश के लिए बेहतर माहौल तैयार है।

यह मुख्यमंत्री का पहला जापान दौरा है और इसकी शुरुआत उन्होंने जापान की दिग्गज आईटी व टेलीकॉम कंपनी NTT के अधिकारियों से बैठक से की। इस बैठक के जरिए प्रदेश में डिजिटल नेटवर्किंग हब और डेटा सेंटर स्थापित करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।

मुख्यमंत्री का यह दौरा केवल टोक्यो तक सीमित नहीं रहेगा। 24 अगस्त को वे ओसाका एक्सपो-2025 के आयोजन स्थल का दौरा करेंगे, जहां छत्तीसगढ़ की अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग को लेकर रणनीति पर बात होगी। इससे राज्य की सांस्कृतिक और औद्योगिक पहचान को वैश्विक मंच मिलेगा।

23 अगस्त को मुख्यमंत्री जापान में बसे प्रवासी भारतीयों से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के जरिये वे उन्हें छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए प्रोत्साहित करेंगे और राज्य की नई उद्योग नीति से अवगत कराएंगे।

इसके बाद 28 अगस्त को मुख्यमंत्री दक्षिण कोरिया पहुंचेंगे, जहां कोरिया इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन (KITA) के प्रतिनिधियों से उनकी बैठक प्रस्तावित है। KITA हजारों कोरियन कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है और इस चर्चा से टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और मशीनरी सेक्टर में बड़े निवेश की उम्मीद जताई जा रही है। मुख्यमंत्री हुंडई मोटर स्टूडियो का दौरा भी करेंगे। माना जा रहा है कि इस साझेदारी से छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रिक व्हीकल हब के रूप में उभर सकता है।

राजनीतिक और आर्थिक दृष्टि से यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बस्तर और सरगुजा जैसे पिछड़े क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करने की योजना से जहां स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, वहीं किसानों की उपज के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार का रास्ता भी खुलेगा। मुख्यमंत्री का यह मिशन छत्तीसगढ़ को वैश्विक नक्शे पर नई पहचान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।