गाजा में बचे 47 बंधकों की ‘विदाई’ तस्वीर जारी, हमास ने इजरायल पर ठहराया जिम्मेदार
By : dineshakula, Last Updated : September 21, 2025 | 9:36 am
गाजा: हमास ने शनिवार को गाजा (Gaza) में बचे हुए 47 इजरायली बंधकों की एक ‘विदाई’ तस्वीर जारी की है। इस फोटो में सभी बंधकों को “रॉन अराड” नाम और एक-एक नंबर के साथ दिखाया गया है। रॉन अराड 1986 में लापता हुए इजरायली एयरफोर्स के नेविगेटर थे, जो कभी वापस नहीं लौटे।
हमास ने इस फोटो के साथ इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर संघर्षविराम और बंधक सौदे को ठुकराने का आरोप लगाया है। हमास ने IDF चीफ ऑफ स्टाफ जनरल एयाल ज़ामीर पर गाजा सिटी में सैन्य अभियान को मंजूरी देने का आरोप भी लगाया, जबकि बताया गया है कि वे इसके पक्ष में नहीं थे।
हमास के बयान में लिखा है – “नेतन्याहू की अस्वीकृति और ज़ामीर की स्वीकृति के कारण यह एक विदाई चित्र है, क्योंकि गाजा सिटी में सैन्य ऑपरेशन शुरू हो गया है।”
इजरायली मीडिया ‘Ynet’ की रिपोर्ट के अनुसार, इन 47 बंधकों में से केवल 20 के जीवित होने की संभावना है। इनमें से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि बाकी की मौत हो चुकी है।
अल-कसम ब्रिगेड्स ने अपने बयान में कहा, “तुम्हारे बंदी गाजा सिटी के इलाकों में फैले हुए हैं, और जब तक नेतन्याहू उन्हें मारने का फैसला ले चुके हैं, हमें उनकी सुरक्षा की चिंता नहीं होगी।”
उन्होंने आगे कहा, “इस अपराधपूर्ण सैन्य अभियान की शुरुआत और विस्तार का मतलब है कि अब न तो कोई बंधक जीवित मिलेगा, न मृत। इनका अंजाम भी रॉन अराड जैसा ही होगा।”
जनवरी से मार्च 2024 के बीच हुए संघर्षविराम के दौरान हमास ने कुल 30 बंधकों को रिहा किया था – इनमें 20 इजरायली नागरिक, 5 सैनिक और 5 थाई नागरिक शामिल थे। इसके अलावा 8 मारे गए इजरायली बंधकों के शव भी लौटाए गए थे। मई में उन्होंने अमेरिका को ‘संकेत’ देने के तौर पर एक अमेरिकी-इजरायली बंधक को छोड़ा।
बदले में इजरायल ने करीब 2,000 फिलिस्तीनी बंदियों और हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया था।
इस बीच, गाजा सिटी में इजरायली हवाई हमलों में रातभर में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है। इजरायली सेना अब गाजा में अपना अभियान तेज कर रही है और फिलिस्तीनियों से इलाका खाली करने की अपील कर रही है।
वहीं पश्चिमी देशों में भी इस युद्ध को लेकर असंतोष बढ़ता जा रहा है। अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा में कुछ देश फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की तैयारी कर रहे हैं।

