ईरान का इज़राइल पर जवाबी हमला: 100 से अधिक ड्रोन दागे, जल्द इज़राइल पहुंचने की आशंका

By : hashtagu, Last Updated : June 13, 2025 | 2:01 pm

इज़राइल: ईरान ने इज़राइल (Israel) पर बड़ा जवाबी हमला करते हुए 100 से अधिक ड्रोन दागे हैं। इज़राइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) के अनुसार, ये ड्रोन अगले 1 से 2 घंटे के भीतर इज़राइली सीमा में दाखिल हो सकते हैं। फिलहाल ये ड्रोन इराक और जॉर्डन के एयरस्पेस में मौजूद हैं।

जॉर्डन की राजधानी अम्मान में खतरे की घंटियां बजने लगी हैं और सायरन बजाए जा रहे हैं। टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, IDF ने आशंका जताई है कि ईरान जल्द ही एक बड़ा मिसाइल हमला भी कर सकता है।

सुबह हुआ था इज़राइली हमला

इससे पहले आज सुबह इज़राइल ने ईरान पर बड़ा हवाई हमला किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इज़राइली सेना ने तेहरान के आस-पास कम से कम 6 ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें से 4 परमाणु से जुड़े थे।

इस हमले में ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर हुसैन सलामी की मौत हो गई है, जिसकी पुष्टि ईरानी सरकारी मीडिया ने की है। अल-जज़ीरा के अनुसार, इस हमले में ईरान के दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक—मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फरदून अब्बासी—भी मारे गए हैं।

इज़राइली अधिकारियों का दावा है कि हमले में ईरान के आर्मी चीफ मोहम्मद बाघेरी और कई अन्य वरिष्ठ सैन्य व परमाणु अधिकारी भी मारे गए हैं।

खामनेई की चेतावनी: इज़राइल को सजा दी जाएगी

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने कहा है कि, “हमारी सेना इज़राइल को बिना सजा दिए नहीं छोड़ेगी।”

इज़राइली एयरलाइंस ने सभी विमान देश से बाहर भेजे

ईरान के संभावित जवाबी हमले को देखते हुए इज़राइल की प्रमुख एयरलाइंस कंपनियों—एल अल और अर्किया—ने अपने सभी विमानों को देश से बाहर भेजने का फैसला किया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बेन गुरियन एयरपोर्ट से सभी विमान बिना यात्रियों के रवाना किए जा रहे हैं और अगली सूचना तक एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है।

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि ये विमान कहां भेजे जा रहे हैं, लेकिन उड़ानों पर नजर रखने वाली वेबसाइटों के अनुसार, कई विमान साइप्रस और यूरोप के विभिन्न हवाई अड्डों की ओर रवाना हुए हैं।

इज़राइली विदेश मंत्री का बयान

इज़राइली विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा है कि ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला “मजबूरी में लिया गया फैसला” था। उन्होंने जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडेफुल के साथ बातचीत में बताया कि जब सभी कूटनीतिक विकल्प खत्म हो गए, तब यह कदम उठाना आवश्यक हो गया।

सार ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने हाल ही में रिपोर्ट दी थी कि ईरान ने परमाणु समझौतों का गंभीर उल्लंघन किया है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया था।