रूस का चंद्र मिशन विफल, लूना-25 की चंद्रमा पर क्रैश लैंडिंग

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस (Russian space agency Roscosmos) ने कहा है कि उसका लूना-25 अंतरिक्ष यान (Luna-25 spacecraft)  "अज्ञात समस्या"

  • Written By:
  • Updated On - August 20, 2023 / 05:35 PM IST

मॉस्को, 20 अगस्त (आईएएनएस)। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस (Russian space agency Roscosmos) ने कहा है कि उसका लूना-25 अंतरिक्ष यान (Luna-25 spacecraft)  “अज्ञात समस्या” में फंसने के बाद चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मीडिया ने रविवार को यह खबर दी।

मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, लैंडिंग-पूर्व कक्षा में प्रवेश करते समय अंतरिक्ष यान अज्ञात समस्याओं में फंस गया और “अनियंत्रित कक्षा में चला गया”। इससे पहले, अंतरिक्ष यान को एक “असामान्य स्थिति” का सामना करना पड़ा जब वह चंद्रमा पर अपनी लैंडिंग-पूर्व कक्षा में स्थानांतरित होने की तैयारी कर रहा था। रोस्कोस्मोस ने शनिवार को एक बयान में कहा, “ऑपरेशन के दौरान अंतरिक्ष यान को एक आपात स्थिति का सामना करना पड़ा जिसके कारण यह आवश्यक मापदंडों के अनुसार कक्षा परिवर्तन नहीं कर सका।”

लूना-25 ने बुधवार को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। टीएएसएस समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, लूना-25 ने 11 अगस्त को भारतीय समयानुसार सुबह 4.40 बजे रूस में वोस्तोचन लॉन्च सुविधा से सोयुज-2.1बी रॉकेट के साथ उड़ान भरी थी। रूस का आखिरी चंद्र मिशन, लूना-24, पूर्व सोवियत संघ जमाने में 1976 में लॉन्च किया गया था। लूना-25 के साथ, रूस का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पहला देश बनना था।

इसके अलावा, लूना-25 को लगभग उसी समय और उसी सामान्य क्षेत्र में उतारने की योजना थी, जहां भारत की चंद्रयान-3 को उतारने की योजना थी जो 14 जुलाई को लॉन्च हुआ और 6 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा। मीडिया रिपोर्ट्स में रोस्कोस्मोस के हवाले से कहा गया है कि लूना-25 चंद्रयान-3 में बाधा नहीं बनेगा क्‍योंकि दोनों मिशन अलग-अलग इलाकों में उतरेंगे। इसमें कहा गया कि चंद्रमा पर सभी के लिए पर्याप्त जगह है। इस बीच, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा भी अपने आर्टेमिस कार्यक्रम के माध्यम से 2020 के अंत तक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास एक बेस स्थापित करने की योजना बना रही है।