दीपक बैज का हमला: मैनपाट में सरकार ने मनाई पिकनिक, प्रदेश बेहाल – किसान, शिक्षा और राहत व्यवस्था चरमराई

By : dineshakula, Last Updated : July 9, 2025 | 9:18 pm

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज (Deepak baij) ने सरगुजा के मैनपाट में आयोजित भाजपा के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को लेकर सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने इसे सरकारी खर्च पर मनाई गई “पिकनिक” करार देते हुए कहा कि जब पूरा प्रदेश बारिश, जलभराव और शिक्षा संकट से जूझ रहा था, तब मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकार मस्ती में डूबी हुई थी।

दीपक बैज ने कहा कि भाजपा का यह प्रशिक्षण शिविर दरअसल “मस्ती की पाठशाला” था, जहां डेढ़ साल की सरकार के भ्रष्टाचार पर ही नेताओं को चर्चा करनी पड़ी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई वरिष्ठ नेताओं को खुद अपनी सरकार को नसीहतें देनी पड़ीं। उन्होंने कहा, “ये प्रशिक्षण नहीं, आत्ममंथन और महंगी सैर-सपाटे की योजना थी।”

“किसान बेहाल, सरकार लापरवाह”

बैज ने आरोप लगाया कि जिस सरगुजा क्षेत्र में यह शिविर हुआ, वहां सरकार खुद जंगल कटवा रही है ताकि खदानों को बढ़ावा दिया जा सके, लेकिन इस पर एक शब्द नहीं बोला गया। उन्होंने कहा कि मानसून सक्रिय है, लेकिन किसानों को खाद-बीज नहीं मिल रहे। सोसाइटियों में अब तक उर्वरक की आपूर्ति नहीं हुई है, जिससे खरीफ फसल की बुआई प्रभावित हो रही है। बैज ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “सरकार जानबूझकर खाद की किल्लत पैदा कर रही है ताकि उत्पादन घटे और उसे समर्थन मूल्य पर कम धान खरीदना पड़े।”

“30 लाख मीट्रिक टन धान खुले में सड़ रहा”

दीपक बैज ने बताया कि पिछले साल खरीदा गया 30 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान अब भी खुले में संग्रहण केंद्रों में पड़ा है और मानसून की बारिश में भीग चुका है। उन्होंने कहा, “ये जनता के टैक्स से खरीदा गया धान है, जिसे सरकार की लापरवाही से बर्बाद किया जा रहा है।”

“निचली बस्तियों में जलभराव, राहत कार्य नदारद”

प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से कई शहरों की निचली बस्तियां जलमग्न हो चुकी हैं, लेकिन सरकार का ध्यान लोगों की समस्याओं से हटकर मैनपाट के शिविर पर केंद्रित रहा। बैज ने कहा, “जनता बारिश के कहर से परेशान है और सरकार पिकनिक मना रही है। राहत और बचाव कार्य कहीं नहीं दिख रहे हैं।”

“शिक्षा व्यवस्था की हालत शर्मनाक”

शिक्षा व्यवस्था पर भी बैज ने जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि युक्तियुक्तकरण के चलते एक-एक शिक्षक को पांच-पांच कक्षाएं पढ़ानी पड़ रही हैं, जबकि नया सत्र शुरू हुए एक महीना हो चुका है और बच्चों को अब तक किताबें नहीं मिली हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जब शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री के पास है, तब ऐसी हालत बेहद शर्मनाक है।”

दीपक बैज ने अंत में कहा कि प्रदेश की जनता को उनके हाल पर छोड़कर सरकार प्रशिक्षण के नाम पर ऐश कर रही है। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार तत्काल राहत कार्य शुरू करे, किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराए और शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाए।