अबूझमाड़ में बड़ी नक्सली कार्यवाही: 48 लाख के 6 नक्सली ढेर, भारी हथियार बरामद
By : ira saxena, Last Updated : July 20, 2025 | 11:43 am
नारायणपुर : नारायणपुर जिले के परिया-काकुर इलाके में 18 जुलाई को माओवादियों (Maoists) और सुरक्षाबलों के बीच हुई जबरदस्त मुठभेड़ में 48 लाख रुपये के इनामी 6 नक्सली मार गिराए गए। मारे गए उग्रवादियों में PLGA की प्लाटून नंबर 1 का कमांडर राहुल पुनेम भी शामिल था।
ये सभी नक्सली संगठन के शीर्ष नेतृत्व को सुरक्षा देने वाले भरोसेमंद और प्रशिक्षित फाइटर्स थे, जो उन्हें एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित ले जाने का काम करते थे। ये PLGA के सबसे मजबूत लड़ाके माने जाते थे। मुठभेड़ के बाद फोर्स जब लौटी तो नक्सलियों के शवों के साथ भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा भी साथ लाया गया, जिसमें स्नाइपर राइफल, AK-47, इंसास और SLR जैसे हथियार शामिल हैं।
मॉनसून की भीषण बारिश के बीच भी ऑपरेशन मानसून के तहत DRG, STF और BSF की टीमें लगातार माओवादी इलाकों में गश्त कर रही हैं। पुलिस को इनपुट मिला था कि परिया और काकुर के बीच भारी संख्या में नक्सली जमा हैं। इसी सूचना पर कार्रवाई करते हुए 17 जुलाई को नारायणपुर, कांकेर, बस्तर और कोंडागांव के जवानों के साथ एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया।
18 जुलाई की दोपहर को जवानों का आमना-सामना नक्सलियों से हुआ। भारी फायरिंग के बीच सुरक्षाबलों ने संयम और रणनीति से 6 माओवादियों को घेरकर मार गिराया। 19 जुलाई की शाम तक ऑपरेशन पूरा किया गया और सुरक्षा बल अपने साथ शवों और हथियारों के ढेर के साथ बेस पर लौटे।
नारायणपुर एसपी रॉबिंसन गुरिया के अनुसार, इस ऑपरेशन में BSF की 129वीं, 133वीं और 135वीं बटालियन भी शामिल थी। वहीं, बस्तर IG सुंदरराज पी ने बताया कि 2025 के पहले छह महीनों में ही 204 नक्सली विभिन्न मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि बस्तर में शांति और विकास की राह में नक्सलवाद सबसे बड़ा रोड़ा है, जिसे हटाने का काम लगातार किया जा रहा है। मानसून जैसे कठिन मौसम में भी फोर्स का यह अभियान यह साबित करता है कि सरकार और सुरक्षाबल स्थायी शांति और समृद्धि के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।




