आंध्र प्रदेश ₹3,500 करोड़ शराब घोटाला: चार्जशीट में पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी का नाम, हर महीने मिलते थे करोड़ों के ‘किकबैक’

By : hashtagu, Last Updated : July 20, 2025 | 7:34 pm

अमरावती से रिपोर्ट: आंध्र प्रदेश के बहुचर्चित ₹3,500 करोड़ के शराब घोटाले में पुलिस ने 305 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) का नाम सामने आया है। आरोप है कि 2019 से 2024 के बीच YSRCP शासनकाल के दौरान हर महीने ₹50 से ₹60 करोड़ के ‘किकबैक’ जगन रेड्डी तक पहुंचाए गए।

हालांकि, जगन रेड्डी को आरोपी के रूप में नहीं दर्शाया गया है, लेकिन चार्जशीट में उनके नाम का स्पष्ट उल्लेख है। PTI की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय अदालत इस चार्जशीट पर अब तक संज्ञान नहीं ले पाई है।

किकबैक का पूरा सिस्टम – चार्जशीट के गवाहों के अनुसार

चार्जशीट के अनुसार, राशि सबसे पहले केसिरेड्डी राजशेखर रेड्डी (A-1) को सौंपी जाती थी, जो फिर उसे आगे विजय साई रेड्डी (A-5), मिधुन रेड्डी (A-4) और बालाजी (A-33) को भेजते थे। ये सभी मिलकर पैसे पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी तक पहुंचाते थे।

‘मास्टरमाइंड’ है केसिरेड्डी – नीति में हेरफेर, भ्रष्टाचार का खेल

शराब नीति को लेकर चार्जशीट में दावा किया गया है कि केसिरेड्डी इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड है। उन्होंने शराब की आपूर्ति की ऑर्डर फॉर सप्लाई (OFS) प्रणाली को मैन्युअल करवा दिया और अपने वफादार अफसरों को आंध्र प्रदेश स्टेट बेवरेजेस कॉरपोरेशन लिमिटेड (APSBCL) में बैठाया।

इतना ही नहीं, शेल डिस्टिलरियों के ज़रिए करोड़ों के किकबैक को हवाला के ज़रिए दुबई और अफ्रीका भेजा गया। वहां जमीन, सोना और लग्जरी प्रॉपर्टी खरीदी गई।

चुनाव फंडिंग में भी घोटाले की राशि इस्तेमाल – बड़ा आरोप

पुलिस का आरोप है कि इस घोटाले के पैसे से ही YSRCP के चुनाव अभियान को फंड किया गया। इसमें पूर्व विधायक चेवीरेड्डी भास्कर रेड्डी भी शामिल थे। घोटाले की रकम को 30 से ज्यादा शेल कंपनियों के ज़रिए लॉन्डर किया गया।

चार्जशीट के मुताबिक, शराब नीति इस तरह से बनाई गई थी कि पूरा नियंत्रण सरकार और घोटाले में शामिल अफसरों के पास रहे। इसके ज़रिए नकद और सोने के रूप में मोटी रिश्वत वसूली गई।

धमकी देकर OFS ब्लॉक – जबरन वसूली का आरोप

2019 में हैदराबाद के होटल पार्क हयात में हुई बैठक का भी जिक्र चार्जशीट में है, जिसमें सज्जाला श्रीधर रेड्डी (A-6) ने डिस्टिलरी मालिकों को धमकाया कि अगर वे ‘नया सिस्टम’ नहीं मानते तो उन्हें OFS नहीं मिलेगा। पुलिस ने इसे जबरन वसूली (extortion) करार दिया है।

PV मिधुन रेड्डी गिरफ्तार, YSRCP का विरोध

शनिवार को YSRCP सांसद PV मिधुन रेड्डी को लंबी पूछताछ के बाद SIT ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले मई में ED ने भी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की और PMLA के तहत केस दर्ज किया।

YSRCP के कई नेताओं ने इस गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश बताया। पूर्व मंत्री बोटचा सत्यनारायण, पर्नी वेंकटरामैया (नानी), अम्बाती रामबाबू, मेरुगु नागर्जुन और महासचिव जी श्रीकांत रेड्डी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू विपक्षी नेताओं को टारगेट करने के लिए राज्य मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं।