छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर ईडी का सीधा आरोप

By : dineshakula, Last Updated : September 19, 2025 | 12:31 pm

रायपुर: छत्तीसगढ़ की आबकारी नीति से जुड़े शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (enforcement Directorate) ने पहली बार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सीधा आरोप लगाया है। सोमवार को रायपुर की अदालत में दाखिल चार्जशीट में ईडी ने बघेल के बेटे और व्यवसायी चैतन्य बघेल के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें आरोप है कि उनके कार्यकाल (2018 से 2023) के दौरान एक शराब सिंडिकेट चलाया गया और उससे कमाए गए पैसे का इस्तेमाल पार्टी के लिए किया गया।

ईडी ने आरोप लगाया है कि यह सिंडिकेट अनवर ढेबर के नेतृत्व में चल रहा था, जो कांग्रेस नेता और रायपुर के पूर्व महापौर एजाज ढेबर के भाई हैं। जांच एजेंसी के अनुसार, बघेल परिवार के करीबी माने जाने वाले लक्ष्मीनारायण उर्फ पप्पू बंसल ने अपने बयान में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद उन्हें बताया था कि अनवर ढेबर उन्हें “सामान” भेजेगा, जिसे प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल को पहुंचाना होगा। ‘सामान’ शब्द का इस्तेमाल नकदी के लिए कोडवर्ड के तौर पर किया जाता था।

ईडी ने अपने दस्तावेजों में दावा किया है कि करीब 960 करोड़ रुपये की नकदी राजीव भवन (छत्तीसगढ़ कांग्रेस मुख्यालय) भेजी गई थी। ये रकम चैतन्य बघेल की जानकारी में और उसके निर्देश पर पप्पू बंसल द्वारा पहुंचाई जाती थी। बंसल के मुताबिक, हर महीने चार बार नकदी पहुंचाई जाती थी, जिसमें एक बार में लगभग 8-12 करोड़ रुपये के कैश बक्सों में लाए जाते थे।

ईडी का कहना है कि यह पैसा शराब की बिक्री से कमाया गया और उसे बघेल परिवार, कांग्रेस पार्टी और अन्य सहयोगियों तक पहुंचाया गया। चैतन्य बघेल पर यह भी आरोप है कि उसने अपने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स — ‘विठ्ठल ग्रीन’ और ‘बघेल डेवलपर्स एंड एसोसिएट्स’ — में लगभग 22 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की।

ईडी ने अपनी चार्जशीट में अनिल टुटेजा (सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी) और सौम्या चौरसिया (पूर्व डिप्टी सेक्रेटरी, मुख्यमंत्री कार्यालय) की चैट्स का भी जिक्र किया है, जिसमें यह दिखाया गया है कि किस तरह सिंडिकेट के भीतर सूचनाएं और निर्देशों का आदान-प्रदान होता था। सौम्या पहले कोल लेवी केस में गिरफ्तार हो चुकी हैं और फिलहाल ज़मानत पर बाहर हैं।

ईडी का दावा है कि शराब बिक्री से हुई कमाई का हिस्सा केके श्रीवास्तव (बघेल के करीबी माने जाने वाले व्यक्ति) को भी पहुंचाया गया। उनके ड्राइवरों ने भी रायपुर और भिलाई के बीच कैश मूवमेंट की पुष्टि की है।

ईडी की इस चार्जशीट के बाद चैतन्य बघेल के वकील फैसल रिज़वी ने कहा कि यह पूरा मामला पप्पू बंसल के बयान पर आधारित है, जो खुद गिरफ्तारी के डर से ऐसे बयान दे रहा है। उन्होंने कहा कि मई में ईओडब्ल्यू ने बंसल के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया था, जिसके बाद उसने ईडी और राज्य एजेंसी के सामने बयान दर्ज करवाया।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से अब तक इस चार्जशीट पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन उन्होंने जुलाई में अपने बेटे की गिरफ्तारी को “मोदी-शाह की साज़िश” बताया था।