गाजा सीजफायर पर तैयार हुआ हमास, ट्रम्प की चेतावनी के बाद बड़ा फैसला
By : dineshakula, Last Updated : October 4, 2025 | 12:09 pm
गाजा पट्टी, वॉशिंगटन, तेल अवीव: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) की सख्त चेतावनी के छह घंटे बाद हमास ने गाजा में सीजफायर के लिए सहमति दे दी है। हमास ने शुक्रवार रात घोषणा की कि वह ट्रम्प द्वारा प्रस्तावित शांति योजना के अनुसार सभी बंधकों को रिहा करने और गाजा का प्रशासन छोड़ने को तैयार है। हालांकि संगठन ने यह साफ नहीं किया कि वह अपने हथियार छोड़ देगा या नहीं।
हमास ने कहा कि वह ट्रम्प की बीस बिंदुओं वाली शांति योजना के कुछ हिस्सों पर बातचीत चाहता है। इस प्रस्ताव में युद्ध रोकने, बंधकों की रिहाई और गाजा में एक अंतरिम प्रशासन की स्थापना शामिल है। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार हमास ने अब तक हथियारों के मसले पर हामी नहीं भरी है।
हमास के इस फैसले के बाद ट्रम्प ने तुरंत इजराइल को गाजा पर हमला रोकने को कहा। इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इजराइल ट्रम्प की योजना के पहले चरण को लागू करने को तैयार है और अमेरिकी टीम के साथ मिलकर काम करेगा ताकि जंग खत्म हो सके। इसके बाद इजराइली सरकार ने सेना को गाजा पर कब्जे की कार्रवाई रोकने का आदेश दिया है। जरूरत पड़ने पर ही सैन्य कार्रवाई की जाएगी।
हमास ने ऐलान किया कि वह 48 बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है जिनमें से 20 के जिंदा होने की पुष्टि हुई है। बंधकों की रिहाई सीजफायर लागू होने के 72 घंटे के भीतर होगी। इसके बदले में इजराइल को 2000 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा और मारे गए गाजा नागरिकों के शव लौटाने होंगे। इसके बाद इजराइल गाजा से अपनी वापसी की प्रक्रिया शुरू करेगा। हालांकि हमास ने स्पष्ट नहीं किया कि बंधकों की रिहाई किन शर्तों पर होगी।
ट्रम्प ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दिन बेहद खास है लेकिन अभी भी कई मुद्दों पर काम बाकी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी बंधक जल्द अपने घर लौटेंगे और अपने परिवारों से मिल सकेंगे।
हमास ने गाजा के प्रशासन को किसी फिलिस्तीनी समूह को सौंपने की बात कही है जो फिलिस्तीनी जनता की सहमति और अरब-इस्लामिक देशों के समर्थन से काम करेगा। हमास के वरिष्ठ नेता मूसा अबू मरजुक ने अल जजीरा से कहा कि जब तक गाजा से इजराइली सेना पूरी तरह नहीं हटती, तब तक वे हथियार नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हथियारों पर बाद में चर्चा होनी चाहिए और वे भविष्य में फिलिस्तीनी राज्य को सौंप दिए जाएंगे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले हमास को 3 अक्टूबर तक सीजफायर योजना मानने का अल्टीमेटम दिया था जिसे बाद में 5 अक्टूबर तक बढ़ाया गया। उन्होंने सोशल मीडिया पर चेतावनी दी थी कि अगर हमास ने प्रस्ताव नहीं माना तो ऐसी कार्रवाई होगी जो पहले कभी नहीं देखी गई।
29 सितंबर को नेतन्याहू और ट्रम्प की वॉशिंगटन में मुलाकात हुई थी जहां इस योजना की रूपरेखा तैयार की गई। ट्रम्प ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस शांति योजना के 20 मुख्य बिंदुओं को साझा किया जिसमें युद्ध रोकने, बंधकों की रिहाई, कैदियों का आदान-प्रदान, गाजा का पुनर्निर्माण, अंतरराष्ट्रीय शांति बल की तैनाती और स्थायी शांति स्थापित करने जैसे कदम शामिल हैं।
गाजा की हालिया स्थिति में यह एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है और आने वाले दिनों में इस पर अमल के लिए ट्रम्प की टीम, इजराइल और फिलिस्तीनी पक्ष के बीच गहन बातचीत की उम्मीद है।




