गुणवत्ता और मानक ही आत्मनिर्भर भारत की पहचान — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

By : dineshakula, Last Updated : October 14, 2025 | 8:19 pm

रायपुर, 14 अक्टूबर 2025: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में गुणवत्ता, पारदर्शिता और उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा के लिए मानकों का पालन जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा उत्पादों को मानक चिन्ह देने से उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा हो रही है और नकली व मिलावटी सामानों पर रोक लगी है।

वह रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में विश्व मानक दिवस के मौके पर आयोजित मानक महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने लोगों को गुणवत्ता शपथ दिलाई और मानकीकृत उत्पादों को अपनाने की अपील की।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बीआईएस के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि संस्था देश में गुणवत्ता की संस्कृति को मजबूत कर रही है। उन्होंने बताया कि बीआईएस द्वारा अब तक 22,000 से अधिक उत्पादों को मानक चिन्ह दिए जा चुके हैं, जिनमें बोतलबंद पानी, हेलमेट, खिलौने और आभूषण शामिल हैं। बीआईएस हॉलमार्क आज उपभोक्ता भरोसे का प्रतीक बन चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है और इसमें मानकीकरण की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि गांव-कस्बों में बने स्वदेशी उत्पाद भी अब अंतरराष्ट्रीय पहचान बना रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान है और जब हर नागरिक गुणवत्ता को अपना धर्म मानेगा, तभी विकसित भारत का सपना पूरा होगा। उन्होंने कहा कि “मानक केवल नियम नहीं, राष्ट्र निर्माण की रीढ़ हैं।”

इस अवसर पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि यह दिन उपभोक्ताओं में मानकीकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और वैज्ञानिकों व तकनीकी विशेषज्ञों के प्रयासों की सराहना का अवसर है। उन्होंने “जागो ग्राहक जागो” अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को सजग रहना चाहिए।

बीआईएस रायपुर शाखा के निदेशक एस. के. गुप्ता ने बताया कि हर मानक उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा के लिए है और संस्थान का लक्ष्य यह है कि भारत में बना हर उत्पाद वैश्विक गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरे। उन्होंने बीआईएस केयर ऐप की जानकारी दी, जिससे उपभोक्ता हॉलमार्क, आईएसआई और एचयूआईडी चिन्हों की प्रमाणिकता जांच सकते हैं और शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने मानक महोत्सव में लगे विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया। सिपेट रायपुर द्वारा युवाओं को दिए जा रहे कौशल प्रशिक्षण और उद्योगों को दी जा रही तकनीकी सलाह की उन्होंने सराहना की। बीआईएस द्वारा उपभोक्ता जागरूकता को लेकर किए जा रहे कार्यों की भी उन्होंने जानकारी ली।

कार्यक्रम में शैक्षणिक संस्थानों द्वारा लगाए गए नवाचार आधारित स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहे। स्कूली छात्रों ने ब्लड प्रेशर मशीन, मिट्टी की नमी मापने की डिवाइस, एक्सप्लोरर रोबोट और दिव्यांगों के लिए स्मार्ट ट्रेन मॉडल जैसे नवाचार प्रस्तुत किए। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि युवाओं की सोच में जब नवाचार और गुणवत्ता जुड़ता है, तभी भारत तेजी से विकसित राष्ट्र बनता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता केवल उत्पादन या उद्योग तक सीमित नहीं, बल्कि यह जीवन के हर पहलू में शामिल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि “क्वालिटी को क्वांटिटी से पहले रखें” और छत्तीसगढ़ को मानकीकरण और नवाचार में अग्रणी राज्य बनाएं।

कार्यक्रम में एनआईटी रायपुर के निदेशक एन. व्ही. रमन्ना राव, चेम्बर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष सतीश थोरानी, इस्पात प्राधिकरण के कार्यकारी निदेशक ए. के. चक्रवर्ती, कैट अध्यक्ष परमानंद जैन, छत्तीसगढ़ स्टील रिरोलर्स संघ अध्यक्ष संजय त्रिपाठी और ज्वेलर्स संघ अध्यक्ष कमल सोनी उपस्थित थे।