छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर बोले PM मोदी: नवा रायपुर बनेगा प्रदेश की पहली सोलर सिटी, साईं हॉस्पिटल में बच्चों से की मुलाकात

By : dineshakula, Last Updated : November 1, 2025 | 12:07 pm

रायपुर, छत्तीसगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) शनिवार को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के मौके पर रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और दोनों उपमुख्यमंत्रियों ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने यहां कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और प्रदेश के विकास को नई दिशा देने वाली घोषणाएं कीं।

रायपुर पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले नवा रायपुर स्थित सत्य साईं हॉस्पिटल का दौरा किया। यहां उन्होंने उन 2500 बच्चों से मुलाकात की जिनकी हार्ट सर्जरी इस अस्पताल में हुई है। इस दौरान उन्होंने एक बच्चे को गले लगाकर स्नेह जताया। प्रधानमंत्री लगभग 6 घंटे 45 मिनट तक रायपुर में रहे।

इसके बाद पीएम मोदी ने ब्रह्माकुमारी संस्थान के ‘शांति शिखर’ ध्यान केंद्र का उद्घाटन किया। यहां अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है— “आचरण ही सबसे बड़ा धर्म, तप और ज्ञान है।” उन्होंने कहा कि जब कथन और आचरण में एकता होती है, तभी समाज में वास्तविक परिवर्तन आता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड आज अपने स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहे हैं। उन्होंने तीनों राज्यों के निवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “राज्य का विकास ही देश के विकास का मार्ग है।”

मोदी ने नवा रायपुर को प्रदेश की पहली सोलर सिटी बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कदम छत्तीसगढ़ को हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनाएगा।

ब्रह्माकुमारी ध्यान केंद्र में बोलते हुए उन्होंने प्रकृति संरक्षण पर जोर दिया और कहा कि “हमें प्रकृति से सिर्फ लेना नहीं, बल्कि उसे लौटाने की भावना भी रखनी चाहिए।” उन्होंने भारत की संस्कृति को पर्यावरण संरक्षण का सबसे बड़ा उदाहरण बताया।

अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने पद्म विभूषण तीजन बाई और पद्म भूषण लेखक विनोद कुमार शुक्ल का हालचाल भी जाना। आगे वे नए विधानसभा भवन और डिजिटल जनजातीय संग्रहालय का उद्घाटन करने वाले हैं।

मोदी ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था जैसी आध्यात्मिक संस्थाएं समाज में शांति, सेवा और संस्कारों की परंपरा को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि “मैं यहां अतिथि नहीं, परिवार का सदस्य हूं। यह संस्थान मेरे जीवन की यादों का हिस्सा रहा है।”