रायपुर में कांग्रेस की पहली समीक्षा बैठक, दिल्ली रैली और संगठन मजबूती पर फोकस

By : hashtagu, Last Updated : December 7, 2025 | 11:25 am

रायपुर: राजधानी रायपुर के राजीव भवन में कांग्रेस (Congress) के नवनियुक्त जिला और शहर अध्यक्षों की पहली बैठक आयोजित हुई। बैठक में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की स्थिति की समीक्षा की गई और आगामी राजनीतिक कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा हुई।

बैठक में 14 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाली ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ महारैली में बड़े स्तर पर सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही ब्लॉक और जिला स्तर पर नियमित मासिक बैठकें आयोजित करने और संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा हुई।

धान खरीदी में किसानों को हो रही परेशानियों, जमीन की गाइडलाइन दरों में वृद्धि, बिजली के दामों में 400 यूनिट कटौती और व्यापारिक वर्ग से जुड़े हालिया विवाद जैसे मुद्दों पर भी चिंता जताई गई। अध्यक्षों को हिदायत दी गई कि वे सिर्फ बैठकों तक सीमित न रहें, बल्कि जनता के मुद्दों पर सड़कों पर उतरकर सक्रियता दिखाएं।

बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, एआईसीसी सचिव और छत्तीसगढ़ सह-प्रभारी जरिता लेतफ्लांग, सह-प्रभारी विजय जांगिड़, पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे और डॉ. शिवकुमार डहरिया मौजूद रहे।

प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि संगठन सृजन का यह मॉडल देश में पहली बार लागू हुआ है और आलाकमान ने नए नियुक्त अध्यक्षों पर भरोसा जताया है। उन्होंने सक्रियता बढ़ाने, एआईसीसी और पीसीसी निर्देशों का पालन करने, भ्रष्ट सरकार के खिलाफ संघर्ष तेज करने और 14 दिसंबर की दिल्ली रैली में अधिक संख्या में सहभागिता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया टीम बनाने और प्रकोष्ठों की नियुक्ति पूरी करने के निर्देश दिए।

डॉ. चरणदास महंत ने धान खरीदी में किसानों से वसूली के मामलों पर चिंता जताई और महिला कांग्रेस, एनएसयूआई, युवा कांग्रेस के साथ मजबूत तालमेल और जिला स्तर पर सेवादल को सक्रिय बनाने की जरूरत बताई।

भूपेश बघेल ने एसआईआर प्रक्रिया में सक्रिय रहने, मतदाता सूची से नाम कटने के मामलों पर विशेष ध्यान देने, किसानों के समर्थन में आवाज उठाने और भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की बात कही। उन्होंने रजिस्ट्री फीस व गाइडलाइन दरों में वृद्धि, व्यापारियों पर लाठीचार्ज और संपत्ति कर बढ़ोतरी के खिलाफ लड़ाई को जरूरी बताया।

जरिता लेतफ्लांग ने जिला, ब्लॉक और मंडल स्तर पर नियमित बैठकें अनिवार्य करने और कार्यों की निगरानी की बात कही। विजय जांगिड़ ने मासिक बैठकें समय पर करने और संगठनात्मक प्रकोष्ठों के तालमेल को मजबूत करने की आवश्यकता जताई।

बैठक में रायपुर शहर अध्यक्ष कुमार शंकर मेनन, रायपुर ग्रामीण के राजेंद्र पप्पू बंजारे, बलौदाबाजार की सुमित्रा घृतलहरे, गरियाबंद के सुखचंद बेसरा, महासमुंद के द्वारकाधीश यादव, धमतरी की तारिणी चंद्राकर, बालोद के चंद्रेश हिरवानी, दुर्ग शहर के धीरज बाकलीवाल, दुर्ग ग्रामीण के राकेश ठाकुर, भिलाई शहर के मुकेश चंद्राकर, बेमेतरा के आशीष छाबड़ा और राजनांदगांव शहर के जितेंद्र उदय मुदलियार सहित कई जिला अध्यक्ष मौजूद रहे।
प्रदेश महामंत्री दीपक मिश्रा, सकलेन कामदार और संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला भी उपस्थित रहे।