इंदौर में दूषित पानी से बड़ा हादसा सात की मौत 111 मरीज अब भी अस्पताल में भर्ती

By : hashtagu, Last Updated : December 31, 2025 | 1:14 pm

इंदौर मध्य प्रदेश: देश के सबसे साफ शहर माने जाने वाले इंदौर में दूषित पानी पीने (contaminated water) से बड़ा स्वास्थ्य संकट सामने आया है। भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित पेयजल के कारण अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 111 मरीज अभी भी अलग अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने मौतों की पुष्टि की है।

दूषित पानी पीने से सैकड़ों लोग बीमार पड़े थे। लोगों को पेट दर्द उल्टी और दस्त की गंभीर शिकायतें हुईं जिसके बाद उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मृतकों में नंदराम 70 वर्ष उर्मिला 60 वर्ष और ताराबाई कोरी 70 वर्ष शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार 26 दिसंबर को गोमती रावत की भी मौत हुई थी लेकिन उस समय मामला सामने नहीं आ पाया था। अब कुल मृतकों की संख्या सात हो चुकी है।

प्रशासन के अनुसार 111 मरीज अभी भी इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती हैं। वर्मा अस्पताल में 30 ईएसआईसी अस्पताल में 11 एमवाय अस्पताल में 5 त्रिवेणी अस्पताल में 7 और अरविंदो अस्पताल में 2 मरीज भर्ती हैं। अन्य मरीज शहर के अलग अलग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा रहा है।

स्थिति पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने व्यापक सर्वे शुरू किया है। अब तक भागीरथपुरा क्षेत्र के 2703 घरों का सर्वे किया जा चुका है। इन घरों में रहने वाले करीब 12000 लोगों की जांच की गई है। 1146 लोगों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया। सर्वे और जांच का काम अभी जारी है।

प्रशासन ने इलाके में चार एंबुलेंस 14 डॉक्टर 24 एमपीडब्ल्यू पैरामेडिकल स्टाफ और एमवाय अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की टीम तैनात की है। सरकार और प्रशासन की ओर से सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले तीन अधिकारियों पर कार्रवाई भी की गई है।

दूषित पानी की आपूर्ति कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।