मानसून सत्र से पहले साय कैबिनेट में 3 नए मंत्री, हरियाणा मॉडल पर विस्तार की चर्चा तेज
By : dineshakula, Last Updated : June 18, 2025 | 3:23 pm
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर साय कैबिनेट विस्तार की हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) के नेतृत्व वाली सरकार में जल्द ही तीन नए विधायकों को मंत्री बनाए जाने की अटकलें हैं। माना जा रहा है कि आगामी मानसून सत्र से पहले यह विस्तार हरियाणा मॉडल पर किया जा सकता है, जिसमें रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग से संतुलन साधते हुए नए चेहरे शामिल किए जाएंगे।
भाजपा के केंद्रीय नेताओं, खासतौर पर गृहमंत्री अमित शाह और प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन के संभावित दौरे के मद्देनजर कैबिनेट विस्तार पर निर्णायक चर्चा की संभावना है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, रायपुर संभाग से पूर्व मंत्री राजेश मूणत या उत्कल समाज से आने वाले विधायक पुरंदर मिश्रा के नामों पर विचार हो रहा है। बिलासपुर से पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है, जिनके पिता लखीराम अग्रवाल भाजपा के संस्थापक नेताओं में रहे हैं। वहीं बस्तर से भी एक मंत्री बन सकता है, बशर्ते सरगुजा से किसी मंत्री को हटाया जाए।
इस वक्त साय कैबिनेट में कुल 11 मंत्री हैं। इनमें से चार मंत्री अकेले सरगुजा से हैं, जबकि रायपुर और बस्तर संभाग से सिर्फ एक-एक मंत्री हैं। ऐसे में क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए सरगुजा से एक मंत्री की छुट्टी तय मानी जा रही है।
जातीय समीकरण की बात करें तो आदिवासी वर्ग से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केदार कश्यप और राम विचार नेताम मंत्रिमंडल में शामिल हैं। अनुसूचित जाति वर्ग से केवल दयालदास बघेल हैं। ओबीसी वर्ग से छह मंत्री हैं, जिनमें दोनों उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा समेत कई अहम विभाग संभाल रहे हैं। सामान्य वर्ग से विजय शर्मा मंत्री हैं।
कुल मिलाकर भाजपा का फोकस आगामी सत्र से पहले न केवल सियासी समीकरण दुरुस्त करने पर है, बल्कि विभिन्न वर्गों और क्षेत्रों को साधने की रणनीति के तहत मंत्रिमंडल विस्तार करने की तैयारी है। अगर सब कुछ तय योजना के अनुसार चला तो जल्द ही छत्तीसगढ़ को तीन नए मंत्री मिल सकते हैं।



