छत्तीसगढ़। बेरोजगारी भत्ते (unemployment benefits) के आवेदन लिए जा रहे हैं। लेकिन एक अखबार के रिपोर्ट के मुताबिक चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इसमें बताया गया है कि नियमों और शर्त के चलते अभी तक 288 आवेदन ही स्वीकृत हुए हैं। 15 दिनों में सिर्फ जांजगीर-चांपा में 3 हजार 655 आवेदन आए हैं। इसमें 288 को छोड़कर बाकी लंबित हैं। 3 हजार 323 आवेदन अभी जांच के लिए बचे हैं। पूरे प्रदेश की बात करें तो करीब 74 हजार आवेदन हैं। इसमें 17 फीसदी ही स्वीकृत हुए हैं। हो सकता है कि इनकी पड़ताल के बाद इसका निस्तारण किया जाए। लेकिन इस रिपोर्ट के आधार पर छत्तीसगढ़ BJP ने अपने ट्विटर एकाउंट पर सवाल खड़े किए है। इसमें भूपेश सरकार पर तीखे वार किए हैं। बीजेपी का कहना है कि केंद्र सरकार के आय को राज्य सरकार नहीं मानकर गरीबी रेखा के जीवन यापन करने वालों के मानक तय कर दिए हैं। ऐसे में बहुत सारे बेरोजगार युवक इस भत्ते का लाभ नहीं ले पाएंगें। ऐसे BJP का कहना है कि कैसे व्यक्ति अपनी बेरोजगारी का प्रमाण दें, ये सबसे बड़ी परेशानी है।
इस बयान के बाद बीजेपी ने अपने ट्विटर पर लिखा, भूपेश सरकार का बेरोजगारी भत्ता देने का दिखावा और न देने की मंशा आज जनता के समक्ष है। इस निर्लज्ज सरकार ने बड़े-बड़े वादे तो कर दिए पर आज बेरोजगार व्यक्ति नियम के फेर में खुद को पात्र साबित करने में विफल है।
भूपेश सरकार का बेरोजगारी भत्ता देने का दिखावा और न देने की मंशा आज जनता के समक्ष है।
इस निर्लज्ज सरकार ने बड़े-बड़े वादे तो कर दिए पर आज बेरोजगार व्यक्ति नियम के फेर में खुद को पात्र साबित करने में विफल है। pic.twitter.com/UrS64Tdm0w
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) April 19, 2023