रायपुर। छत्तीसगढ़ को एक बड़ी उपलब्धि मिली है। प्रदेश की दो ग्राम पंचायतों को राष्ट्रीय पुरस्कार (national award) से नवाजा गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सरगुजा जिले के जनपद पंचायत लुन्ड्रा के ग्राम पंचायत नागम और धमतरी (Nagam and Dhamtari) जिले के नगरी पंचायत के ग्राम सांकरा को पुरस्कृत किया गया है। दोनों ही ग्राम पंचायतों में देशभर की ढाई लाख ग्राम पंचायतों को पछाड़ते हुए यह पुरस्कार पाया है।
प्रदेश के इन ग्राम पंचायतों को अलग-अलग थीम में यह पुरस्कार मिला है, जिसमें ग्राम पंचायत नागम को गरीबी उन्मूलन और आजीविका संवर्धन श्रेणी में वहीं सांकरा को स्वस्थ पंचायत थीम में पुरस्कृत किया गया। इन ग्राम पंचायतों को पुरस्कार के साथ ही 50-50 लाख रुपए की राशि भी दी गई है।
ये पुरस्कार इसलिए भी काफी मायने रखता है क्योंकि देश भर की ढाई लाख से ज्यादा ग्राम पंचायतों ने इस पुरस्कार के लिए नामांकन भरा था। इसमें छत्तीसगढ़ की 11658 ग्राम पंचायतें शामिल थीं। इनमें से 43 ग्राम पंचायतों को पुरस्कार के लिए देशभर से चुना गया। इस पुरस्कार के लिए 9 श्रेणियों में थीम रखी गई थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे ने इस उपलब्धि के लिए खुशी जाहिर करते हुए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। पूरे देश में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यों के लिए 43 ग्राम पंचायतों को पुरस्कार दिये गए। छत्तीसगढ़ उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है जिन्हें एक से ज्यादा पुरस्कार मिले हैं।
ग्राम पंचायत नागम के सरपंच भंडारी राम पैकरा और ग्राम पंचायत सांकरा की सरपंच शशि ध्रुव ने केंद्रीय मंत्री पंचायत ग्रामीण विकास गिरिराज सिंह के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री ग्रामीण विकास फग्गन सिंह कुलस्ते और केन्द्रीय राज्य मंत्री पंचायत राज कपिल मोरेश्वर पाटिल भी मौजूद रहे।
ग्राम पंचायत नागम में गरीबी उन्मूलन के लिए ग्रामवासियों को मनरेगा के अंतर्गत जॉब कार्ड प्रदान करने, शतप्रतिशत पारिश्रमिक प्रदाय करने, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत शतप्रतिशत हितग्राहियों को लाभ प्रदान करने, स्वसहायता समूहों की महिलाओं के आय में वृद्धि के लिए और ग्रामवासियों को आईटीआई जैसी संस्था के माध्यम से कौशल विकास कराने उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। इसी तरह ग्राम पंचायत सांकरा में गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव, बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान करने, ग्राम सभा, महिला सभा और बालसभा में बच्चों के टीकाकरण पर चर्चा करने के लिए, बीमारी जैसे टायफाइड, मलेरिया, टीबी जैसी बीमारियों से बचाव के लिए प्रचार, प्रसार करने और टेलीमेडिसीन के माध्यम से अच्छा कार्य करने पुरस्कृत किया गया।