दिल्ली: छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार (BJP government) बनने के बाद से अब तक 205 मुठभेड़ें हुई हैं, जिनमें 427 नक्सली मारे गए हैं। यह जानकारी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह को दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में नक्सल उन्मूलन अभियान तेजी से चल रहा है। सेंट्रल फोर्स और राज्य पुलिस मिलकर काम कर रही हैं। सरकार की नई रणनीति और केंद्र के सहयोग से नक्सली हिंसा पर रोक लगाने में सफलता मिली है।
पिछले डेढ़ साल में 1,428 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो बीते पांच सालों की तुलना में अधिक है।
दिल्ली प्रवास के दौरान आज माननीय केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी से आत्मीय मुलाकात की।
इस अवसर पर उन्हें बस्तर अंचल में चल रहे माओवादी विरोधी अभियानों की सफलता और विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी दी।
माननीय गृहमंत्री जी ने छत्तीसगढ़ ने माओवादी उन्मूलन की दिशा में… pic.twitter.com/sgjIMBmkBR
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) June 6, 2025
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि अब तक 64 नए फॉरवर्ड सुरक्षा कैंप बनाए गए हैं। इन इलाकों में अब बिजली, पानी, स्वास्थ्य और स्कूल जैसी सुविधाएं पहुँच रही हैं। ‘नियद नेल्लानार योजना’ के तहत 146 गांवों में सरकारी योजनाएं लागू की गई हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ को हर संभव मदद देती रहेगी।
हाल की बड़ी कार्रवाई:
बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने 25 लाख के इनामी नक्सली भास्कर को मुठभेड़ में मार गिराया। उसके पास से ऑटोमैटिक हथियार बरामद हुए। भास्कर मंचेरियल कोमाराम भीम (एमकेबी) डिवीजन का सदस्य था।
इससे पहले 1 करोड़ का इनामी नक्सली सुधाकर भी मारा गया था। वह नक्सलियों के शिक्षा विभाग का प्रमुख था।
सरेंडर की घटनाएं:
दंतेवाड़ा में 7 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें दो इनामी नक्सली भी शामिल हैं:
जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (₹50,000 इनामी)
दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम (₹50,000 इनामी)
बाकी पांच माओवादी हैं: भोजा राम माड़वी, लखमा मरकाम, रातू कोवासी, सुखराम पोड़ियाम और पंडरू राम पोड़ियाम।
सरकार का दावा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अब शांति और विकास दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं।